International Border: 20 साल से भारत में अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशी दंपती को बीएसएफ ने बांग्लादेशी टाका के साथ सीमा पर पकड़ा
कुछ दिन पहले गए थे बांग्लादेश लौटते वक्त बीएसएफ ने दोनों पति-पत्नी को दबोचा।तलाशी में इनके पास से 1000 के 25 व 500 के 40 नोट कुल 45000 बांग्लादेशी मुद्रा बरामद की गई। इसके अलावा 2520 रुपये के भारतीय नोट व तीन नोकिया मोबाइल फोन भी बरामद किए गए।
जागरण संवाददाता, कोलकाता । बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 153वीं वाहिनी के जवानों ने 45 हजार बांग्लादेशी टाका के साथ एक बांग्लादेशी दंपती को गिरफ्तार किया है। दोनों पति-पत्नी अवैध तरीके से सीमा पार कर भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे तभी बीएसएफ ने उन्हें धर दबोचा।
बीएसएफ के अनुसार, दोनों 15-20 साल से भारत में अवैध तरीके से रह रहे थे और कुछ दिन पहले रिश्तेदार के निधन पर बांग्लादेश गए थे। लौटते वक्त दोनों पकड़े गए। 153वीं वाहिनी के कमांडेंट जवाहर सिंह नेगी ने बताया कि दोनों को बल की सीमा चौकी घोजाडांगा इलाके से शुक्रवार को पकड़ा गया। तलाशी में इनके पास से 1000 के 25 व 500 के 40 नोट यानी कुल 45,000 बांग्लादेशी मुद्रा बरामद की गई। इसके अलावा इनके पास से 2,520 रुपये के भारतीय नोट व तीन नोकिया मोबाइल फोन भी बरामद किए गए।
बीएसएफ के अनुसार, भारतीय मुद्रा में जब्त बांग्लादेशी टाका का मूल्य करीब 37,677 रुपये है। पकड़े गए दंपती की पहचान अभिलाष बर्मन (65) व रानी बर्मन (45) के रूप में हुई। दोनों ने खुद को बांग्लादेश के ढाका जिले का रहने वाला बताया। कमांडेंट नेगी के अनुसार, पूछताछ में पता चला कि दोनों 15-20 साल से भारत में अवैध तरीके से रह रहे थे और कोलकाता के पास आलमबाजार में रहकर मछली का कारोबार करते थे। दंपती ने बीएसएफ को बताया कि उनके किसी रिश्तेदार का हाल में निधन हो गया था, जिसके बाद वे लोग कुछ दिनों पहले बांग्लादेश गए थे। वहां काम संपन्न होने के बाद दोनों वापस कोलकाता आ रहे थे।
दंपती ने यह भी दावा किया कि यहां आने के लिए सीमा पार कराने को दलाल ने उनसे 25 हजार रुपये लिए थे। बीएसएफ ने गिरफ्तार दंपती को आगे की कानूनी कार्रवाई हेतु बशीरहाट थाने को सौंप दिया है। इसके अलावा एक अन्य घटना में घोजाडांगा सीमा चौकी इलाके से ही जवानों ने शुक्रवार को एक बांग्लादेशी युवक को भी अवैध तरीके से सीमा पार करते गिरफ्तार किया। उसका नाम मोहम्मद रफिक (19) है। वह बांग्लादेश के ढाका जिले के चिट्टगांव का रहने वाला है।
पूछताछ में पता चला कि वह दो माह पहले अवैध तरीके से भारत आया था और दिल्ली चला गया। वहां बूचड़खाने में काम करता था। अब वह वापस बांग्लादेश जा रहा था, तभी पकड़ा गया। बीएसएफ ने उसे भी बशीरहाट थाने के हवाले कर दिया है।बांग्लादेशियों की गिरफ्तारी पर कमांडेंट नेगी ने कहा कि जवानों की सतर्कता की वजह से घुसपैठियों व तस्करों के मंसूबे लगातार विफल हो रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वे अपने इलाके से किसी सूरत में घुसपैठ व तस्करी नहीं होने देंगे।