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Azadi Ka Amrit Mahotsav: भारत विभाजन स्मृति दिवस का हुआ आयोजन, आजादी के लिए प्राणों की आहुति देने वाले बलिदानियों को दी गई श्रद्धांजलि

Azadi Ka Amrit Mahotsav कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों ने राम प्रसाद बिस्मिल की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। साथ ही देश की आजादी के लिए प्राण गंवाने वाले बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम के अतिथि केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री सांसद कमलेश पासवान और पुलिस उपमहानिरीक्षक मौजूद रहे।

By Pragati ChandEdited By: Published: Sun, 14 Aug 2022 03:37 PM (IST)Updated: Sun, 14 Aug 2022 03:37 PM (IST)
Azadi Ka Amrit Mahotsav: भारत विभाजन स्मृति दिवस का हुआ आयोजन, आजादी के लिए प्राणों की आहुति देने वाले बलिदानियों को दी गई श्रद्धांजलि
भारत विभाजन स्मृति दिवस कार्यक्रम में मौजूद अतिथि। फोटो: जागरण-

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गुरुकृपा संस्थान एवं मंडलीय कारागार गोरखपुर जेल के संयुक्त तत्वावधान में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत भारत विभाजन स्मृति दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भारत सरकार पंकज चौधरी, विशिष्ट अतिथि बांसगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद कमलेश पासवान तथा अध्यक्षता कर रहे पुलिस उपमहानिरीक्षक सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल रिक्रूटमेंट ट्रेनिंग सेंटर गोरखपुर रजनीश लांबा ने सर्वप्रथम जेल में बलिदान हुए राम प्रसाद बिस्मिल की मूर्ति पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। इस मौके पर अतिथियों ने पुष्प अर्पित करने के पश्चात उन्हें नमन किया एवं देश की आजादी में अपना सब कुछ न्योछावर करने वाले अमर बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी।

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जवानों ने भारत माता को दी सलामी

इसके पूर्व मुख्य अतिथि पंकज चौधरी के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद जिला कारागार के जवानों ने भारत सलामी दी। उन्होंने बलिदान स्मारक पर पहुंचकर भारत के अमर सपूतों को नमन करते हुए पुष्पांजलि अर्पित किया। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने उपस्थित लोगों ने वंदे मातरम भारत माता की जय वीर सपूत अमर रहे के नारों से समूचा प्रांगण गुंजायमान कर दिया। आयोजन के क्रम में अतिथियों ने आम और आवलें के वृक्ष का पौधारोपण किया।

भेदभाव वैमनस्य और दुर्भावना के विष को समाप्त करने के लिए प्रेरित करेगा ये दिन

अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा की विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस देश की सामाजिक विभाजन, वैमनस्यता के जहर को दूर करने और एकता, सामाजिक सद्भावना और मानव सशक्तिकरण की भावना को और अधिक मजबूत एवं सशक्त करने की जरूरतों को याद दिलाएगा। यह दिन हमें भेदभाव वैमनस्य और दुर्भावना के विष को समाप्त करने के लिए प्रेरित करेगा। इसके साथ ही एकता सामाजिक सद्भाव और मानवता एवं मानवीय संवेदनाएं इस दिन के मनाने से मजबूत होगी। हम गुरुकृपा संस्थान के कर्ता धर्ता बृजेश राम त्रिपाठी और इनके पूरी टीम को बधाई देता हूं की जिन्होंने माननीय प्रधानमंत्री जी की सोच को आगे बढ़ाने का कार्य किया है।

बंटवारे के दौरान प्राण गंवाने वाले बलिदानियों को नमन करते हैं भारतवासी

विशिष्ट अतिथि सांसद कमलेश पासवान ने कहा कि भारत के लोग आजादी के अमृत महोत्सव मनाते हुए देश के उन परिवारों, पुत्र, पुत्रियों को नमन करते हैं जिन्होंने भारत के बंटवारे के दौरान अपने प्राण गवांए थे। उनके त्याग व बलिदान को जब भी याद किया जाता है तो आखें नम हो जाती हैं।

किसी विभीषिका से कम नहीं है भारत-पाकिस्तान का बंटवारा

अध्यक्षता कर रहे पुलिस उपमहानिरीक्षक सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल रजनीश लांबा ने कहा कि भारत-पाकिस्तान का बंटवारा किसी विभीषिका से कम नहीं है। इसके दर्द से आज भी हजारों परिवार एवं देश गुजर रही है। देश के हजारों लाखों लोगों ने अपनी जान की कुर्बानी देकर ब्रिटिश शासन से देश को आजादी दिलाई थी। लेकिन देश की आजादी के साथ ही देश का बंटवारा भी हुआ था और पाकिस्तान विश्व में अस्तित्व में आया था। बंटवारे से पहले पाकिस्तान जैसे देश का कोई नामोनिशान नहीं था। यह अंग्रेजों की एक सोची समझी साजिश थी जिसके फलस्वरूप भारत को 2 देशों में बांटा गया था। विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ जेल अधीक्षक ओपी कटियार व गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष दिनेश चंद्र त्रिपाठी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध उद्घघोषिका श्रीमती रीता श्रीवास्तव ने किया।

ये लोग रहे शामिल

इससे पहले संस्था के संथापक बृजेश त्रिपाठी ने समस्त अतिथियों का माल्यार्पण बूके देकर स्वागत किया तथा अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर आर एन गुप्ता पूर्व प्रधानाचार्य, विष्णु प्रताप सिंह प्रधानाचार्य, अनिरूद्ध पांडेय एडवोकेट, रमेशचंद्र तिवारी, अंजनी शुक्ला, चन्द्रेश्वर सिंह, बजरंगी दूबे, संजय त्रिपाठी, प्रेमनाथ सिंह, अमिता गुप्ता, चंचला शुक्ला, रानी मिश्रा, चंदा सिन्हा, राहुल मिश्रा, विशाल मिश्रा, अवनीश मणि त्रिपाठी, प्रवीन श्रीवास्तव, राणा प्रताप सिंह, कृष्ण मोहन त्रिपाठी, प्रदीप त्रिपाठी, अभिषेक त्रिपाठी, मंतालाल यादव, कीर्तन त्रिपाठी, शिवेंद्र पांडेय, के.एन.चौबे, बादशाह सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।


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