तिरंगे की रोशनी से उत्तराखंड के पर्यटन स्थल जगमग, चारधाम में भी फहराया राष्ट्रीय ध्वज, तस्वीरों में देखें
Azadi Ka Amrit Mahotsav 2022 43 राष्ट्रीय संरक्षित स्मारकों में से पांच पर्यटन स्थल तिरंगे को प्रदर्शित करतीं डिजिटल रोशनी से जगमग हो गए। वहीं चारधाम मंदिरों में भी देशभक्ति की छटा दिखाई दे रही है। तस्वीरों में देखें अनूठी छटा...
चंदराम राजगुरु, त्यूणी : Azadi Ka Amrit Mahotsav 2022 : आजादी के अमृत महोत्सव पर राज्य के कुल 43 राष्ट्रीय संरक्षित स्मारकों में से पांच पर्यटन स्थल तिरंगे को प्रदर्शित करतीं डिजिटल रोशनी से जगमग हो गए। वहीं चारधाम मंदिरों में भी देशभक्ति की छटा दिखाई दे रही है। वहीं बदरीनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री धाम में भी तिरंगा फहराया गया।
बदरीनाथ धाम में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत तिरंगा ध्वज फहराया गया और तिरंगा यात्रा निकाली गई।बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने आजादी के अमृत उत्सव के अवसर पर तिरंगा यात्रा का आयोजन किया।प्रभारी मुख्य कार्याधिकारी सुनील तिवारी के नेतृत्व में तिरंगा यात्रा बदरीनाथ मंदिर परिसर से शुरू होकरधाम के भ्रमण पर निकली।
इसके अलावा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण मंडल देहरादून की ओर से 16 अन्य चयनित पर्यटन स्थलों में स्वच्छता अभियान व जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। तिरंगा युक्त डिजिटल रोशनी से जगमग हुए जौनसार के सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल और लाखामंडल के शिव मंदिर की भव्यता पर्यटकों को आकर्षित कर रही है।
रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन और विभिन्न विभागों के अधिकारी आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत स्वतंत्रता दिवस पर 13 से 15 अगस्त तक आम जनमानस को अपने घरों में तिरंगा लहराने के लिए जागरूक किया जा रहा है। जिलाधिकारी के निर्देश पर केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थयात्रियों को छोटे झंडे उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे कि कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके।
देश की आजादी के 75वीं वर्षगांठ पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी क्रम में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण-एएसआइ देहरादून मंडल की ओर से राज्य के राष्ट्रीय संरक्षित स्मारकों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। अधीक्षण पुरातत्वविद डा. मनोज सक्सेना ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में घोषित कुल 43 राष्ट्रीय संरक्षित स्मारकों की देखरेख एवं संरक्षण का जिम्मा एएसआइ के पास है।
आजादी का अमृत महोत्सव पर देहरादून जनपद से जुड़े जौनसार-बावर के सिद्धपीठ श्री महासू देवता मंदिर हनोल, पांडव कालीन शिव मंदिर लाखामंडल, कलिंगा स्मारक देहरादून, मृत्युंजय मंदिर द्वाराहाट व सूर्य मंदिर कटारमल समेत पांच महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को तिरंगे की डिजिटल रोशनी से सजाया गया है।
इन मंदिरों में रात के समय डिजिटल रोशनी की चमक बिखेरने से राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे की आकृति साफ दिखाई पड़ती है। यहां 8 से 15 अगस्त तक तिरंगे की रोशनी की सजावट रहेगी।
इसके अलावा बदरीनाथ मंदिर समूह द्वाराहाट, प्राचीन नौला स्युनराकोट अल्मोड़ा, मंदिर समूह बैजनाथ गोपेश्वर, पुरातात्विक स्थल एवं अवशेष गोविषाना टीला काशीपुर, रुद्रनाथ मंदिर गोपेश्वर-चमोली, प्राचीन अंग्रेजों के कब्रिस्तान रुड़की, पुरातात्विक स्थल एवं अवशेष जगतग्राम बाड़वाला-विकासनगर, सम्राट अशोक शिलालेख कालसी-जौनसार, प्राचीन शिव मंदिर लाखामंडल, महासू देवता मंदिर हनोल समेत 16 चयनित धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है।
साथ ही आमजन व पर्यटकों को राष्ट्रीय संरक्षित स्मारकों की महत्ता के बारे में आवश्यक जानकारी दी जा रही है। आजादी के अमृत महोत्सव पर एएसआइ की ओर से जल संरक्षण पर केंद्रित छायाचित्र प्रदर्शनी भी लगाई गई।
आजादी के अमृत महोत्सव पर देहरादून के सहस्त्रधारा रोड में पुरातात्विक स्थल एवं अवशेष कलिंगा स्मारक और ऊधमसिंह नगर के काशीपुर में गोविषाना टीला पर 15 मीटर ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा।