Move to Jagran APP

प्रशासनिक मनमानी, पशुपालन विभाग ने पशु मेला न लगाने का किया था आग्रह, लेकिन नहीं माने आला अधिकारी

जागरण संवाददाता फतेहाबाद जिले में तेजी से लंपी स्किन डिजीज का संक्रमण फैल रहा हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 14 Aug 2022 07:49 PM (IST)Updated: Sun, 14 Aug 2022 07:49 PM (IST)
प्रशासनिक मनमानी, पशुपालन विभाग ने पशु मेला न लगाने का किया था आग्रह, लेकिन नहीं माने आला अधिकारी
प्रशासनिक मनमानी, पशुपालन विभाग ने पशु मेला न लगाने का किया था आग्रह, लेकिन नहीं माने आला अधिकारी

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : जिले में तेजी से लंपी स्किन डिजीज का संक्रमण फैल रहा हैं। जिले में इस महामारी से अब तक 10 पशुओं की मौत हो गई, वहीं 504 से अधिक पशु संक्रमित हुए है। पशुपालन विभाग के अधिकारी बिना किसी अवकाश के लगातार संक्रमित पशुओं का इलाज करने में जुटे है, लेकिन

loksabha election banner

लेकिन प्रशासनिक अधिकारी ठेकेदार को गलत तरीके से फायदा पहुंचाने के लिए पशु मेले पर रोक नहीं लगा रहे। जिले में लगने वाले पशु मेले का बंद करवाने के लिए पशुपालन विभाग ने पंचायती राज विभाग को दो बार पत्र भेजा, लेकिन पंचायती राज विभाग के अलावा आला प्रशासनिक अधिकारी भी मेला बंद करवाने की तरफ ध्यान नहीं दे रहे। पशुपालन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मेला लगने से पशुओं का आवागमन अधिक होता है। इससे संक्रमण अधिक फैलता है। ऐसे में उन्होंने प्रशासन को मेला बंद करने का आग्रह किया था।

हद तो यह है कि केंद्र सरकार के बाद प्रदेश सरकार ने भी लंपी संक्रमण को देखते हुए प्रदेश में पशु मेले पर रोक लगा दी थी। बकायदा कृषि एवं पशुपालन विभाग के मंत्री जेपी दलाल ने कहा था कि मेले पर रोक लगाई जाएगी। लेकिन रोक नहीं लगी।

अब उनका दावा है कि नियमों के विरुद्ध मेला लगाने वाले पर एफआईआर दर्ज करवाएंगे। उनके आदेश न मानने पर संबंधित अधिकारी पर भी कार्रवाई की अनुशंसा कर दी है।

दरअसल, फतेहाबाद के रतिया रोड पर लगने वाले पशु मेले में प्रत्येक रविवार को 3 से 4 हजार पशु आते हैं। जो पंजाब, राजस्थान के साथ दूसरे प्रदेशों से ही आते है। इतने बड़े स्तर पर पशुओं का आवागमन होने पर बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया। इसकी वजह है कि लंपी स्किन डिजीज भी पशुओं में संक्रमण की वजह से फैलती है। यह पशुओं के आपसी संपर्क के अलावा मच्छर व चीचड़ी की वजह से भी खूब फैल रही है। ऐसे में इस बीमारी से बचाव बेहद जरूरी है।

---------------------------------------------

बढ़े रहे संख्या के बीच जल्द दवा भेजने की मांग :

लगातार संक्रमित पशुओं की संख्या बढ़ रही है। इससे परेशानी आ रही है। जिले में अब तक 504 पशु संक्रमित हुए है। इनमें से 184 पशु अब तक ठीक हुए है। बाकी 330 पशुओं का इलाज चल रहा है। वहीं 10 पशुओं की मौत भी हुई है। ---------------------------------------

हमने प्रशासन ने आग्रह किया था कि जिले में लगने वाला पशु मेला को महामारी के दौरान बंद किया जाए। जिले में अब लंपी स्किन डिजीज के अनेक मामले है। यह बीमारी संक्रमण से फैल रही है। ऐसे में यह बीमारी अधिक ने फैले। इसके लिए हमने पशु मेला बंद करवाने का आग्रह किया था। पशुओं के आवागमन से बीमारी फैलने का अंदेशा बना रहता है।

- डा. सुखविद्र सिंह, उपनिदेशक, पशुपालन विभाग।

----------------------------

मैंने पशु मेला बंद करने के साथ आवागमन पर भी रोक लगाने के आदेश दे दिए थे। लंपी स्किन डिजीज को लेकर आदेश जारी किए थे, अभी तक आदेशानुसार कार्रवाई क्यों नहीं हुई। इसके लिए पशु मेले लगाने वाले ठेकेदार व संबंधित पर कार्रवाई के आदेश दे दिए है।

- जेपी दलाल, कृषि एवं पशुपालन विभाग।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.