संशोधित:::एमएनसीयू से मेरठ मंडल में नवजात जन्मदर में 40 फीसद की बढ़ोतरी
जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा मेरठ मंडल प्रदेश का पहला ऐसा मंडल बनने जा रहा है जहां 72 सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मां और नवजात के लिए अत्याधुनिक सुविधा मिलेगी।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : मेरठ मंडल प्रदेश का पहला ऐसा मंडल बनने जा रहा है, जहां 72 सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मां और नवजात के लिए अत्याधुनिक सुविधा मिलेगी। मंडल में 72 मदर न्यूबोर्न केयर यूनिट (एमएनसीयू) में से 62 बनकर तैयार हैं। अगले 10 दिन में बाकी 10 भी तैयार हो जाएंगी। मेरठ मंडलायुक्त ने इसकी शुरुआत मई के पहले सप्ताह से शुरू की थी। इन 62 एमएनसीयू बनने से नवजात जन्मदर में 40 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। गौतमबुद्ध नगर में राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान और चाइल्ड पीजीआइ में यह शुरू हैं, जबकि 10 और बननी हैं। सीईएल के सहयोग से बन रहा वार्ड : एनजीओ कम्युनिटी एम्पावरमेंट लैब (सीईएल) की ओर से तकनीकी मदद से इन वार्ड को बनाया जा रहा है। नेशनल हेल्थ मिशन और राज्य सरकार के साथ साझेदारी कर ये एनजीओ कार्य कर रही हैं। लैब में अत्याधुनिक उपकरणों के साथ ही एसी आदि की सुविधा दी जा रही है। एमएनसीयू वार्ड में इन पहलुओं का रहेगा ध्यान : एमएनसीयू वार्ड में कम वजन के नवजात शिशुओं और मां को एक साथ रखा जाएगा, जहां मां नवजात को सीने से लगाकर रखेंगी। इसे कंगारू मदर केयर भी कहा जाता है। इससे बच्चे में संक्रमण होने की संभावना कम रहती है। पिता व स्वजन को भी जागरूक किया जाएगा। महिलाओं के सम्मान का विशेष ध्यान रखा गया है। स्वच्छ भोजन, स्वच्छ स्नानगृह, स्वच्छ पीने के पानी की व्यवस्था और निजी शौचालय की सुविधा दी जाएगी। मां व शिशु के स्वास्थ्य आंकलन रखने के लिए नियमित निगरानी रखी जाएगी। बाक्स..
सामने आए यह परिणाम
40 प्रतिशत जन्मदर में बढ़ोतरी
72 प्रतिशत हाइपोथर्मिया में कमी
50 प्रतिशत गंभीर संक्रमण में कमी
40 प्रतिशत अस्पतालों में इलाज को बार-बार आना
20 प्रतिशत स्तनपान में बढ़ोतरी
--------- बाक्स..
कहां कितनी बनीं एमएनसीयू
गाजियाबाद में 10
हापुड़ में 10
बागपत में 10
मेरठ में 12
बुलंदशहर में 17
गौतमबुद्ध नगर में दो
------- बाक्स..
गौतमबुद्ध नगर में यहां बनेंगी एमएनसीयू
जिला अस्पातल, बिसरख सीएचसी, भंगेल सीएचसी, डाढ़ा सीएचसी, बादलपुर सीएचसी, दादरी सीएचसी, बरौला पीएचसी, दनकौर ब्लाक पीएचसी, जेवर पीएचसी व रबूपुरा पीएचसी। वर्जन.. मुख्य सचिव व प्रमुख सचिव स्वास्थ्य के सामने इस माडल को रखा गया था, जिसे काफी सराहा गया। अब यह प्रदेश के अन्य जिलों में लागू होगा। इस माडल से शिशु जन्मदर बढ़ने और बीमारियों के कम होने के आंकड़े सामने आए, जो काफी सुखद है।
-सुरेंद्र सिंह, मंडलायुक्त, मेरठ मंडल।