27 फीसद किशोरों को नहीं लगी वैक्सीन की दूसरी डोज
15 से 18 साल तक के किशोरों के टीकाकरण में इजाफा देखने को मिला है। मात्र 27 फीसद किशोर ऐसे रह गए हैं जिन्हें कोवैक्सीन की दूसरी डोज लगनी बाकी है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : 15 से 18 साल तक के किशोरों के टीकाकरण में इजाफा देखने को मिला है। मात्र 27 फीसद किशोर ऐसे रह गए हैं, जिन्हें कोवैक्सीन की दूसरी डोज लगनी बाकी है। अभी तक 103.57 फीसद यानी 74,572 किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज और 73.49 फीसद यानी 52,915 किशोरों को दूसरी डोज लग चुकी है। 1.34 फीसद किशोर ऐसे हैं, जिन्हें सतर्कता डोज लगी है। आंकड़ों की मानें तो 12 से 14 साल के उम्र के बच्चों में 79.39 फीसद यानी 35,727 बच्चों को वैक्सीन की पहली डोज और 52.14 फीसद बच्चों को दूसरी डोज लग चुकी है।
मात्र 10 फीसद को लगी सतर्कता डोज
मात्र 10 फीसद लोगों को अब तक सतर्कता डोज लगी है। 90,512 लोगों ने सतर्कता डोज लगवाई है। शहर में कई लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अब तक वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है। स्वास्थ्य निदेशक डाक्टर सुमन सिंह ने बताया कि वैक्सीनेशन कैंप में अब भी 10 से 15 दिन में एक से दो लोग ऐसे आते हैं, जिन्हें कोविड वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा रही है। स्वास्थ्य निदेशक ने ऐसे लोगों से अपील की है कि वह अपना टीकाकरण समय पर सुनिश्चित करें।
सतर्कता डोज जरूर लगवाएं
स्वास्थ्य निदेशक डाक्टर सुमन सिंह ने बताया हाल ही में कोरोना से जिन लोगों की मौत हुई है, उन सभी लोगों का टीकाकरण हुआ था, लेकिन इन लोगों ने सतर्कता डोज नहीं लगवाई थी। ऐसे में लोगों को सतर्कता डोज जरूर लगवानी चाहिए, ताकि वह संक्रमण की चपेट में आने से बच सकें। खासकर उन लोगों को समय पर सतर्कता डोज जरूर लगवानी चाहिए जो किसी बीमारी से ग्रस्त हैं।