पशुओं को लंपी डिजीज स्किन से बचाने के लिए मिलेंगे 15 हजार वैक्सीन, पशुपालकों को राहत
लंपी डिजीज बीमारी में बुखार तेज होता है। पशु के शरीर पर फोड़े निकलते हैं। इसके बाद फोड़े जैसे जैसे बड़े होते हैं वह फूट भी जाते हैं। इससे घाव हो जाते हैं। इसके अलावा मुंह में से लार गिरती रहती है। वह खाना भी कम कर देता है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: पशुओं पर कहर बरपा रही लंपी डिजीज स्किन बीमारी को लेकर कुमाऊं में पशुपालन विभाग अलर्ट हो गया है। एहतियात के तौर पर चम्पावत और ऊधम सिंह नगर बार्डर पर बाहर से पशुओं की निगरानी की जा रही है। इसके अलावा बीमारी से बचाव के लिए 15 हजार वैक्सीन की डिमांड की गई है।
पशुपालन विभाग के अपर निदेशक डा. बीसी कर्नाटक ने बताया कि कुमाऊं में लंपी डिजीज स्किन का अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है। एहतियात के तौर पर लगातार पशुओं का वैक्शीनेशन किया जा रहा है। इसके साथ ही नेपाल और उत्तर प्रदेश से आने वाले पशुओं की बार्डर पर जांच की जा रही है।
इसके लिए पशुचिकित्सकों की टीम बार्डर पर मौजूद है। बीमारी से बचाव को लेकर कुमाऊं के लिए 15 हजार वैक्सीन की डिमांड की गई है। उन्होंने पशुपालकों से अपील की है कि इस बीमारी से संबंधित लक्षण मिलने पर विभाग से तुरंत संपर्क करें।
बीमारी के लक्षण
पशु विभाग के अधिकारियों के मुताबिक आजकल लंपी स्किन डिजीज बीमारी के मिलते जुलते लक्षण पशुओं में देखने को मिल रहे हैं। यह बीमारी गाय, भैंस में आ सकती है। इस बीमारी के लक्षण बुखार तेज हो जाना और पूरे शरीर पर फोड़े निकलना है।
फोड़े जैसे जैसे बड़े होते हैं वह फूट भी जाते हैं और पशु के मुंह में से लार गिरती रहती है। जब पशु बीमार होगा तो वह खाना भी कम कर देता है। पशुपालकों को चाहिए कि पशुओं के आसपास गंदगी न फैलने से साफ सफाई रखें।
पुलिस ने उठाया और अस्पताल में किया भर्ती
हल्द्वानी। नर्सिंग अधिकारी के 2621 पदों पर भर्ती की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे आंदोलनकारियों को पुलिस ने फिर उठा लिया और बेस अस्पताल में भर्ती कर दिया है। वहीं धरनास्थल पर आंदोलनकारी सरकार के विरुद्ध आक्रोश जताते रहे।
ऐलिंग वेलफेयर नर्सिंग फाउंडेशन के बैनर पर एक सप्ताह से भूख हड़ताल पर बैठे आंदोलनकारियों को पुलिस ने शुक्रवार को दोबारा उठा लिया। हालांकि इसके लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। पहले आंदोलनकारी उठने को तैयार नहीं थे। बाद में पुलिस के साथ चल दिए।
बेस अस्पताल में सभी आंदोलनकारियों को ड्रिप लगाई गई है। फाउंडेशन के अध्यक्ष बबलू का कहना था कि जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती है हमारा आंदोलन जारी रहेगा।