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देर का फेर

देर होना आप चाहते नहीं, हो जाती है। यह जुमला आम है। पर उस वक्त क्या करें, जब पड़ जाए आप देर के फेर में? घर से ऑफिस निकलते समय तमाम तरह की परेशानियों का सामना करते हैं आप। ट्रैफिक में फंसने या डॉक्टर के यहां लंबी कतार की वजह से देरी की अनदेखी नहीं कर सकते। आगे की सारी प्लानिंग धरी की धरी रह जाती है। और

By Edited By: Published: Tue, 16 Jul 2013 11:26 AM (IST)Updated: Tue, 16 Jul 2013 11:26 AM (IST)
देर का फेर

देर होना आप चाहते नहीं, हो जाती है। यह जुमला आम है। पर उस वक्त क्या करें, जब पड़ जाए आप देर के फेर में?

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घर से ऑफिस निकलते समय तमाम तरह की परेशानियों का सामना करते हैं आप। ट्रैफिक में फंसने या डॉक्टर के यहां लंबी कतार की वजह से देरी की अनदेखी नहीं कर सकते। आगे की सारी प्लानिंग धरी की धरी रह जाती है। और यदि किसी बड़े प्रोजेक्ट में लगे हैं, तो जाहिर है उसमें देर होने का मतलब है आपको कई तरह के समझौते करने पड़ सकते हैं। इतना तय है कि अचानक हुई देरी पर आपका कोई कंट्रोल नहीं है, लेकिन इससे होने वाले नुकसान की भरपाई जरूर कर सकते हैं। क्या हैं वे जरूरी बातें, जो देरी के मैनेजमेंट में आपकी मदद कर सकती हैं? यहां जानते हैं..

बैकअप रखें

समय पर ऑफिस पहुंचने में देरी हो गई, लेकिन कुछ काम आपको बिल्कुल सही समय पर निपटाना होता है। ऐसे में कुछ उपाय कारगर हैं। मसलन, आपके पास उन कॅलीग्स के कॉन्टैक्ट या ईमेल एड्रेस होने चाहिए, जो ऐसी आकस्मिक स्थिति में आपकी मदद कर सकते हैं। बेशक आप ऐसा करते होंगे, लेकिन यह भी हो सकता है कि कॉन्टैक्ट आपने अपडेट न किया हो और ऐन वक्त पर उनकी मदद से आप वंचित हो जाएं! यदि ऐसा है, तो अपने ऐसे दो-चार कॅलीग्स के कॉन्टैक्ट्स अपडेट कर लें।

काम साथ-साथ

ट्रैफिक में फंसे हैं या डॉक्टर के यहां। आप चाहें तो छोटे-मोटे काम वहां भी मैनेज कर सकते हैं। कुछ ऐसे काम पूरा कर सकते हैं, जिन्हें ट्रैफिक में फंस जाने के दौरान भी पूरा कर सकें, जैसे- क्लाइंट को फोन करना या टीम को क्या असाइनमेंट देना है या आज आपको कौन-कौन से काम निपटाने हैं उनकी सूची आदि। ये कुछ ऐसे काम हैं, जो आपको रोजाना करने होते हैं। वैसे सामान्य परिस्थितियों में भी यदि आप इसे पहले ही निपटा लें तो ऑफिस आकर आपका समय बच सकता है।

कूल रहना होगा

देर हो गई है, इसलिए अपने आप पर गुस्सा आना स्वाभाविक है, लेकिन गुस्से में अपना आपा न खो दें, इसका अवश्य ध्यान रखें। ज्यादातर लोग ऑफिस पहुंचने में देर हो सकती है, इसका आभास होते ही आपे से बाहर हो जाते हैं। तेज बड़बड़ाना, सामने वाले पर जोर से चीखना या खुद के अलावा दूसरों को भी कोसने लग जाना उनके लिए आम बात होती है। यदि आप भी ऐसे लोगों की सूची में खुद को पाते हैं, तो इससे तुरंत बाहर निकलें। ऐसा करके आप देरी की समय सीमा और बढ़ा रहे होते हैं और इससे आपका काम खराब होता है, सो अलग।

पहले से तैयारी

क्यों देर हो जाते हैं आप? इस पर आपने जरूर सोचा होगा। इस सवाल का जवाब भी जानते होंगे, लेकिन क्या कभी इस पर शत-प्रतिशत अमल किया है? यदि देरी के कारण का पता चलने पर आप पहले ही सचेत हो जाएं, तो आकस्मिक देरी को छोड़ दें, तो अन्य कामों में आप समय के बिल्कुल पाबंद हो जाएंगे और देरी की आदत हमेशा के लिए छूट जाएगी। कुल मिलाकर, समय का पाबंद होना और इसकी आदत डालना देरी से निपटने की सबसे पहली शर्त है, यह याद रहे, तो देर के फेर से काफी हद तक बचा जा सकता है।

[सीमा झा]

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