शिवसेना से साथ निभाते हुए खुद को मजबूत करेगी भाजपा
अमित शाह ने कहा कि भाजपा महाराष्ट्र की सभी सीटों पर अपने आपको मजबूत करेगी।
ओमप्रकाश तिवारी, मुंबई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जब तक शिवसेना के साथ रिश्ते निभा सकें, तब तक निभाते हुए लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में शत-प्रतिशत सफलता की तैयारी करेगी। यह संकेत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दिया है।
मुंबई दौरे के पहले ही दिन शुक्रवार को भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, सांसदों, विधायकों और मंत्रियों को संबोधित करते हुए उन्होंने विधानसभा की कम-से-कम 200 एवं लोकसभा की सभी 48 सीटें जीतने का लक्ष्य नेताओं को दिया। शनिवार को पत्रकारों से बात करते समय खुलकर कहा कि हमने राज्य में अपनी सरकार बनाने का निर्णय किया है। कौन कितनी सीटों पर लड़ेगा, यह बाद में तय किया जाएगा। इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए भाजपा राज्य की सभी सीटों पर अपने आपको मजबूत करेगी। शाह ने यह घोषणा शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के साथ अपनी मुलाकात से ठीक एक दिन पहले की है। उनका यह बयान शिवसेना को संभवत: रास नहीं आएगा।
शिवसेना महाराष्ट्र में भाजपा की विस्तारवादी नीति के कारण ही उससे चिढ़ती रही है। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले हुए सभी विधानसभा चुनावों में शिवसेना भाजपा को 117 सीटें देकर खुद 171 पर लड़ती रही थी। वह महाराष्ट्र की राजनीति में भाजपा को हमेशा दोयम दर्जे पर रखती आई थी। अमित शाह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने शिवसेना से बराबर सीटें मांगी। और नहीं मिलने पर शिवसेना से अलग होकर चुनाव लड़ा। भाजपा को इसका लाभ मिला और वह शिवसेना से लगभग दोगुनी सीटें जीतने में सफल रही।
संभवत: इसी सफलता से उत्साहित भाजपा अब शिवसेना के नखरे बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है। शिवसेना द्वारा लगातार सरकार को संकट में डालने की धमकियों के बीच दो दिन पहले मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस कह चुके हैं कि वह मध्यावधि चुनाव के लिए हमेशा तैयार हैं। अमित शाह का सूबे के नेताओं को 48 लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य देना भी यही साबित करता है कि भाजपा अब शिवसेना का दबाव झेलने को तैयार नहीं है।