आइसीएमआर ने कहा, भारत में अभी कोरोना का नया रूप नहीं मिला
आइसीएमआर के राष्ट्रीय एड्स अनुसंधान संस्थान (एनएआरआइ) के निदेशक डॉ. समीरन पांडा ने कहा कि देश में अभी तक ब्रिटेन में मिले कोरोना वायरस के नए स्वरूप को नहीं देखा गया है। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि यह निश्चित रूप से भारत में आएगा।
पुणे, एएनआइ। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) का कहना है कि भारत में अभी कोरोना का नया रूप नहीं मिला है। अभी तक जितने भी नमूनों की जांच की गई है, उनमें ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन की मौजूदगी नहीं मिली है। आइसीएमआर के राष्ट्रीय एड्स अनुसंधान संस्थान (एनएआरआइ) के निदेशक डॉ. समीरन पांडा ने कहा, 'हमने देश के विभिन्न हिस्सों से एकत्र किए गए नमूनों की जांच की है और इनमें अभी तक ब्रिटेन में मिले कोरोना वायरस के नए स्वरूप को नहीं देखा गया है। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि यह निश्चित रूप से भारत में आएगा।'
एक सवाल पर उन्होंने कहा, 'हम वायरल जीनोम पर नजर रख रहे हैं, जो देश के अंदर फैल रहा है। पिछले छह से सात महीने के दौरान दो हजार से ज्यादा नमूनों के वायरल जीनोम का अध्ययन किया गया है और इनमें किसी तरह का बदलाव नहीं देखा गया है।'
टीका वितरण बढ़ाने को लेकर प्रतियोगिता
नई दिल्ली से मिली प्रेट्र की खबर के मुताबिक सरकार ने बुधवार को डिजिटल प्लेटफॉर्म कोविन को मजबूत करने के लिए आइटी कंपनियों और स्टार्ट-अप कंपनियों की ओर से समाधान आमंत्रित करने के लिए एक प्रौद्योगिकी प्रतियोगिता शुरू की, जिनका उपयोग देश भर में कोविड टीके वितरण को शुरू करने और उसे बढ़ाने के लिए किया जाएगा। सरकार इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (ईवीआइएन) प्रणाली का उपयोग बढ़ा रही है, जो देश में सभी कोल्ड चेन बिंदुओं पर टीके के भंडारण तापमान के बारे में सटीक जानकारी प्रदान करता है, ताकि कोरोना टीके के वितरण और निगरानी की जरूरतों को पूरा किया जा सके। एक बयान में कहा गया है कि प्रतियोगिता संयुक्त रूप से स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स और आइटी मंत्रालय द्वारा संचालित की जाएगी।
संक्रमित हो चुके लोगों को भी टीका लगवाना चाहिए : एल्ला
प्रेट्र की खबर के मुताबिक टीका निर्माता कंपनी भारत बायोटेक के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक कृष्णा एल्ला ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों को भी टीका लगवाना चाहिए और भारत टीका वितरण के लिहाज से साजो-सामान को लेकर पूरी तरह तैयार है। वह उद्योग संस्था सीआइआइ द्वारा आयोजित एक डिजिटल सत्र को संबोधित कर रहे थे। सत्र को संबोधित करते हुए बायोकॉन की अध्यक्ष किरण मजूमदार शॉ ने कहा, 'हमें यह समझने की जरूरत है कि आगे बढ़ने के लिए एंटीजन और एंटीबॉडी दोनों से संबंधित जांच के आधार पर समन्वित प्रयास तथा बहुत महत्वपूर्ण बदलाव जरूरी है।'
ब्रिटेन से आने वाले लोगों की जांच रिपोर्ट दो से तीन दिन में
राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) ने कहा है कि ब्रिटेन से लौटे जिन लोगों को संक्रमित पाए गया है, उनके नमूनों के जीनोम अनुक्रमण की जांच की गई है और इसके नतीजे में अभी और दो से तीन दिन लग जाएंगे। इसके बाद ही यह पता चल पाएगा कि क्या इनमें कोई ब्रिटेन में पाए गए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से संक्रमित है या नहीं।