15 महीने में 350 से ज्यादा किन्नरों की धर-पकड़
आरपीएफ की सख्ती के कारण भले ही किन्नरों ने नागपुर स्टेशन से दूरी बनाई हो, पर ट्रेनों में यात्रियों से वसूली अब भी बंद नहीं हुई है।
नागपुर। आरपीएफ की सख्ती के कारण भले ही किन्नरों ने नागपुर स्टेशन से दूरी बनाई हो, पर ट्रेनों में यात्रियों से वसूली अब भी बंद नहीं हुई है। आरोप भी लगते रहते हैं कि पैसे नहीं देने पर किन्नड़ दुर्व्यवहार करते हैं। आउटर पर रुकने वाली गाड़ियां इनकी शिकार बनती हैं।
आंकड़ों की बात करें तो मध्य रेलवे नागपुर मंडल ने अप्रैल 2015 से जनवरी 2017 तक 350 से ज्यादा किन्नरों को यात्रियों को परेशान करने के आरोप में पकड़ा। इनसे जुर्माने के तौर पर 3 लाख से ज्यादा जुर्माना वसूला गया है। बावजूद इसके आज भी किन्नरों से यात्रियों को सुरक्षित नहीं किया जा सका है।
मध्य रेलवे नागपुर मंडल व दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर अंतर्गत लगभग 150 छोटे-बड़े रेलवे स्टेशन हैं। रोजाना इनके बीच सैकड़ों गाड़ियां विभिन्न दिशाओं की ओर दौड़ती है। हजारों यात्री रोज सफर करते हैं। इसी का फायदा उठाकर कुछ किन्नर रेल गाड़ियों में चढ़कर यात्रियों के साथ अभद्र व्यवहार कर पैसों की मांग करते हैं। नागपुर की ओर आनेवाली गाड़ियां मोतीबाग, लोहा पुलिया आदि जगहों से गुजरती हैं। यहां किन्नर इन गाड़ियों में चढ़ जाते हैं और यात्रियों को परेशान करते हैं।