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महाराष्ट्र के सिंचाई घोटाले में फंसे ठेकेदार ने खुदकशी की

35 साल बाद भी अधूरी है परियोजना गोसीखुर्द गोदावरी बेसिन में महाराष्ट्र के भंडारा जिले में वैनगंगा नदी पर बनने वाली अहम सिंचाई परियोजना है।

By BabitaEdited By: Published: Thu, 01 Mar 2018 12:55 PM (IST)Updated: Thu, 01 Mar 2018 12:55 PM (IST)
महाराष्ट्र के सिंचाई घोटाले में फंसे ठेकेदार ने खुदकशी की
महाराष्ट्र के सिंचाई घोटाले में फंसे ठेकेदार ने खुदकशी की

मुंबई, प्रेट्र। महाराष्ट्र के बहुचर्चित गोसीखुर्द सिंचाई परियोजना घोटाले में आरोपित ठेकेदार जिगर ठक्कर (41) ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। शुरुआती पड़ताल में पता चला है कि कारोबार में घाटे के कारण ठक्कर पर बहुत कर्जा हो गया था।

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पुलिस के अनुसार पूर्वी मुंबई के चेंबूर इलाके के रहने वाले जिगर ठक्कर ने बुधवार शाम मरीन ड्राइव में होटल मरीन प्लाजा के सामने अपनी कार रोकी और रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली। ठक्कर का कार्यालय भी उसी इलाके में है। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। ठक्कर को पुलिसकर्मियों ने अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।'

35 साल बाद भी अधूरी है परियोजना गोसीखुर्द गोदावरी बेसिन में महाराष्ट्र के भंडारा जिले में वैनगंगा नदी पर बनने वाली अहम सिंचाई परियोजना है। 1983 में इस परियोजना के निर्माण की मंजूरी मिली थी।

उस समय लागत 372.22 करोड़ आंकी गई थी। उम्मीद थी कि 1990 में यह परियोजना पूरी हो जाएगी। हालांकि मंजूरी के 35 साल बाद अब भी यह परियोजना अधूरी ही है। नागपुर में इस घोटाले के सिलसिले में आज तक 14 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से विशेष भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (एसीबी) ने दो मामलों में कोर्ट में आरोपपत्र दायर किया है। 


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