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महाराष्ट्र के प्रथम मुख्यमंत्री की पुण्यतिथि: सीएम फडणवीस और डिप्टी सीएम ने दी श्रद्धांजलि

Yashwantrao Balwantrao Chavan महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री यशवंतराव बलवंतराव चव्हाण को उनकी पुण्यतिथि के अवसर फडऩवीस और डिप्टी सीएम अजीत पवार ने श्रद्धांजलि दी।

By Babita kashyapEdited By: Published: Mon, 25 Nov 2019 11:08 AM (IST)Updated: Mon, 25 Nov 2019 11:14 AM (IST)
महाराष्ट्र के प्रथम मुख्यमंत्री की पुण्यतिथि: सीएम फडणवीस और डिप्टी सीएम ने दी श्रद्धांजलि
महाराष्ट्र के प्रथम मुख्यमंत्री की पुण्यतिथि: सीएम फडणवीस और डिप्टी सीएम ने दी श्रद्धांजलि

मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडऩवीस और डिप्टी सीएम अजीत पवार ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री यशवंतराव बलवंतराव चव्हाण को उनकी पुण्यतिथि पर, विधान भवन में श्रद्धांजलि अर्पित की।महाराष्ट्र  के प्रथम मुख्यमंत्री रहे यशवंत बलवंतराव चव्हाण का 25 नवंबर 1984 को निधन हो गया था। वे देश के पांचवे उपप्रधानमंत्री भी रहे। 

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कांग्रेस नेता के साथ स्वतंत्रता सेनानी, सहकारी नेता यशवंत चव्हाण सामाजिक कार्यकर्ता भी थे। आम लोगों के बीच उनकी छवि आम आदमी के नेता के रूप में थी। महाराष्ट्र के प्रथम मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण ने अपने राजनीतिक सफर में देश के प्रमुख राजनेता और केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण विभागों का कार्यभार भी संभाला। किसानों के हित के लिए सहकारी समितियों को स्थापित करने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका भी अदा की। 

यशवंत बलवंतराव चव्हाण का जीवन

महाराष्ट्र के सतारा में 12 मार्च, 1914 को यशवंतराव चव्हाण का जन्म एक किसान परिवार में हुआ था। उनका बचपन देश के स्वतंत्रता संघर्ष को देखते हुए बीता, जिससे वह काफी प्रभावित हुए। पुणे से कानून की डिग्री लेने के बाद उन्होंने वकालत से अपने करियर की शुरुआत की। 1932 में सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान ब्रिटिश पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था जिसके साथ उनका सार्वजनिक जीवन शुरू हुआ।

भारत छोड़ो आंदोलन में वे कुछ समय तक भूमिगत रहे और फिर सतारा के आंदोलन में सहायता देते हुए 1943 में वे फिर पकड़ लिए गए थे। जेल से बरी होने के बाद यशवंतराव चव्हाण मुंबई विधानसभा के सदस्य बने। 1952 के चुनाव में सफल होने के बाद उन्हें मंत्रिमंडल में ले लिया गया और फिर उन्हें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के पद के लिये चुना गया।

सन 1962 में चीन के आक्रमण के समय जब कृष्ण मेनन को रक्षा मंत्री का पद छोडऩा पड़ा तो यशवंतराव चव्हाण ने इस पद को भी संभाला और 1966 तक इस पद पर रहे। अपने राजनीतिक सफर में उन्होंने गृहमंत्री, वित्त मंत्री और विदेश मंत्री के पद का कार्यभार भी संभाला। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण को एनसीपी प्रमुख शरद पवार का राजनीतिक गुरु भी कहा जाता है। 

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