मटन कारोबारी पर दिनदहाड़े फायरिंग, हमले के पीछे प्रॉपर्टी विवाद
संपत्ति विवाद में सरेआम मटन विक्रेता की जान लेने की कोशिश की गई। उस पर गाेली दागी गई, पर वह बाल-बाल बच गया। गोली उसके हाथ में जाकर लगी। फिलहाल वह मेडिकल में भर्ती है। ओंमकार नगर चौक, मानेवाड़ा रिंग रोड श्याम बार के पीछे हुई इस घटना ने पुलिस के होश उड़ा दिए हैं। अजनी पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है।
नागपुर। संपत्ति विवाद में सरेआम मटन विक्रेता की जान लेने की कोशिश की गई। उस पर गाेली दागी गई, पर वह बाल-बाल बच गया। गोली उसके हाथ में जाकर लगी। फिलहाल वह मेडिकल में भर्ती है। ओंमकार नगर चौक, मानेवाड़ा रिंग रोड श्याम बार के पीछे हुई इस घटना ने पुलिस के होश उड़ा दिए हैं। अजनी पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है।
करोड़ों की जमीन है वजह
म्हालगी नगर, पावर हाउस के पास रहने वाले मटन विक्रेता मो. यासीन कुरैशी (30) का ओंमकार नगर चौक मानेवाड़ा रिंग रोड पर मटन व चिकन की दुकान है। मो. यासीन चार भाई हैं। चारों भाई इसी व्यवसाय में लगे हैं। ओंमकार नगर में मो. यासीन की दुकान के पीछे करीब 32 हजार वर्ग फीट जगह है। धीरे-धीरे इस जगह में से 10 हजार 800 वर्ग फीट को छोड़कर बाकी जगह विकसित कर उसे बेच दिया गया। इस जमीन की कीमत आज करोड़ों में है। 10 हजार 800 वर्ग फीट में से करीब 3 हजार वर्ग फीट पर मो. यासीन की दुकान है। यह जगह किशोर पांडे नामक व्यक्ति की मिल्कियत की है। मो. यासीन के पिता मो. हाशिम कुरैशी ने दुकान की जगह पर अपना दावा किया है।
अदालत में मामला
इस जगह को लेकर करीब 25 वर्ष से दीवानी अदालत में प्रकरण चल रहा है। आरोप है कि बिना कोर्ट का निर्णय आए पांडे ने इस जगह को कई लोगों को बेच दिया। मो. हाशिम का आरोप है कि रामेश्वरी रोड निवासी रवि कुमार गुप्ता और सागर गांधी नामक बिल्डर जगह के विवाद को मिटाने के लिए उन पर दबाव डाल रहे थे।
पता चला है कि सोमवार की सुबह करीब 10.30 बजे रवि कुमार गुप्ता ने कुछ मजदूरों को खाली जगह पर गड्ढा खोदकर कंपाउंड डालने के लिए भेजा था। करीब 6 गड्ढे खोदे गए थे। मो. यासिन इसकी शिकायत करने अजनी थाने गया था। थाने से लौटने के बाद वह दुकान में गया और पिता मो. हाशिम कुरैशी से कहा कि वह दोस्त जे.पी. मिश्रा से मिलने अभय नगर जा रहा है। दोपहर करीब 1 बजे वह मोटरसाइकिल से अभय नगर की ओर निकला। कहा जा रहा है कि उसकी दुकान के पास से ही पल्सर पर सवार दो अज्ञात युवकों ने पीछा किया। श्याम बार के पीछे पहुंचते ही फायर झोंक दिया। गोली दाहिने हाथ को छूती हुई पीने बने मकान के पानी की प्लास्टिक पाइप में जा घुसी।
आरोपियों के भाग जाने के बाद मो. यासिन को लगा कि उसे गोली लग गई है। मो. यासीन ने दोस्त को फोन लगाया। उसके बाद वह अपनी दुकान में गया और फिर मेडिकल अस्पताल में भर्ती हुआ। अजनी पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उधर, चर्चा यह भी है कि तीन हमलावर दो मोटरसाइकिल से आए थे। परंतु, इसकी पुष्टि पुलिस नहीं कर रही है।
दोनों बिल्डरों से पूछताछ
पुलिस ने रामेश्वरी रोड निवासी रवि कुमार गुप्ता और सागर गांधी नामक दोनों बिल्डरों से पूछताछ की है। हालांकि, कुछ खास हाथ नहीं लगा है। हमलावरों ने जो गोली मो. यासिन पर दागी थी, वह गोली जे मिश्रा के मकान के प्लास्टिक पाइप में जाकर फंस गई। जेपी मिश्रा के पिता ने गोली को खिला समझकर उसे निकाल कर फेंक दिया। पुलिस ने घटनास्थल से करीब 60-70 मीटर दूर एक गोली का खाली खोखा बरामद किया है। देसी कट्टे से गोली चलाए जाने की चर्चा है।
मो. यासिन पर दर्ज हैं आपराधिक मामले
मो. यासिन का नाम कुख्यात बदमाश आबिद के साथ जोड़ा जाता है। इफ्तखार गैंग ने आबिद की हत्या कर दी थी। अाबिद की मौत के साथ ही उसके गैंग का खात्मा हो गया था। उसके बाद गैंग के सदस्य दूसरे के साथ हो लिए। इसमें से कई इप्पा गैंग के साथ जुड़ गए। कुछ समय बाद इफ्तखार पर भी गोली चला दी गई। इस प्रकरण के आरोपी अभी भी फरार हैं। उस समय पुलिस ने मो. यासीन पर संदेह जताया था। मो. यासिन पर अवैध शस्त्र रखने व मारपीट करने का मामला दर्ज है। चर्चा है कि मो. यासीन पुलिस मित्र बनकर भी काम कर रहा है।