एस्सार स्टील के कर्जदाताओं को आर्सेलर मित्तल की चुनौती
एस्सार स्टील के कर्जदाता बैंकों ने निर्णय लिया है कि पहली बोली में शिरकत करने वाली कंपनियों को ही दोबारा बोली लगाने का मौका दिया जाएगा।
मुंबई, प्रेट्र। आर्सेलरमित्तल नीदरलैंड्स बीवी ने एस्सार स्टील के कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स (सीओसी) यानी कर्जदाता बैंकों को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में चुनौती दी है। दुनिया की सबसे बड़ी स्टील उत्पादक कंपनी ने एक बयान में सोमवार को कहा कि एस्सार स्टील की खरीद के लिए उसकी बोली तकनीकी आधार पर खारिज करने वाले सीओसी को एनसीएलटी की अहमदाबाद की खंडपीठ में चुनौती दी गई है।
दूसरी तरफ, जेएसडब्ल्यू स्टील के ग्रुप चेयरमैन सज्जन जिंदल ने कहा है कि उनकी कंपनी एस्सार स्टील की खरीद के लिए दोबारा बोली नहीं लगाएगी। इसकी वजह यह है कि एस्सार स्टील के कर्जदाता बैंकों ने निर्णय लिया है कि पहली बोली में शिरकत करने वाली कंपनियों को ही दोबारा बोली लगाने का मौका दिया जाएगा।
एस्सार स्टील के सीओसी ने 23 मार्च को हुई बैठक में तकनीकी आधार पर आर्सेलरमित्तल की बोली खारिज कर दी थी। आर्सेलरमित्तल ने बयान में कहा, 'एस्सार स्टील के सीओसी को दी गई कानूनी चुनौती इस लिहाज से महत्वपूर्ण है क्योंकि न्यूमेटल ने उन्हें इस मामले पर पहले ही एनसीएलटी में चुनौती दे रखी है, जिसे देखते हुए हमें इस मामले में अपने अधिकारों की रक्षा करनी है।'
आर्सेलर मित्तल ने न्यूमेटल के साथ मिलकर एस्सार स्टील के लिए बोली लगाई थी। लेकिन एस्सार स्टील के प्रमोटर की कुछ और कंपनियों में भी हिस्सेदारी है, जिनमें आर्सेलरमित्तल और न्यूमेटल भी हिस्सेदार थे। इसी क्रॉस-होल्डिंग के आधार पर एस्सार के सीओसी ने आर्सेलरमित्तल और न्यूमेटल की बोली खारिज कर दी। गौरतलब है कि एस्सार में दोबारा बोली लगाने के लिए ही आर्सेलरमित्तल ने उत्तम गल्वा की प्रमोटरशिप
पिछले दिनों छोड़ दी थी।