केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए अमित शाह से बात की, तो मिला ये जवाब
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि मैंने अमित भाई (भाजपा अध्यक्ष) से बात की।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि मैंने अमित भाई (भाजपा अध्यक्ष) से बात की। मैंने कहा कि अगर आप मध्यस्थता करते हैं, तो हम सरकार बना सकते हैं। इस पर अमित भाई ने कहा कि आप चिंता न करें। जल्द ही सब ठीक हो जाएगा। भाजपा और शिवसेना एक साथ आकर महाराष्ट्र में सरकार बनाएंगे।
Union Minister Ramdas Athawale: I told Amit bhai (BJP President Amit Shah) that if he mediates then a way can be found out to which he (Amit Shah) replied "don't worry, everything will be fine. BJP & Shiv Sena will come together to form government". #Maharashtra pic.twitter.com/JMIPnQJsuM
— ANI (@ANI) November 17, 2019
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर लंबे समय से उठापटक जारी है। यहां तक कि किसी पार्टी के सरकार नहीं बना पाने से झटका लगा और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया। शिवसेना सत्ता में बराबर की भागीदारी चाहती थी, इसलिए वह ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग के लिए अड़ी हुई है। शिवसेना की इस मांग पर भाजपा के तैयार नहीं होने पर अब शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार गठन के लिए तैयार हो गई है। लेकिन अब भाजपा और उसके साथ दलों ने राज्य में सरकार गठन की आस नहीं छोड़ी है।
अमित शाह ने दिया था जवाब
शिवसेना से संबंध टूटने के बाद और महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद पिछले दिनों भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अगले छह महीने में राष्ट्रपति शासन के दौरान कोई भी दल कभी भी सरकार बनाने का दावा पेश कर सकता है। चुनाव परिणाम आने के बाद नई शर्तें जोड़ने के लिए शिवसेना को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि इस पर पार्टी उचित समय पर निर्णय लेगी।
शाह ने विपक्ष पर राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि एक संवैधानिक पद को इस तरह राजनीति में घसीटना लोकतंत्र के लिए अच्छी परंपरा नहीं है। सरकार बनाने का मौका छीन लेने के कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के तर्कों को बचकाना बताते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा को सुसुप्त अवस्था में ही डाला है अभी। सभी के पास छह महीने का समय है। कोई भी जा सकता है। किसका मौका छीन लिया और कैसा मौका छीन लिया। उन्होंने कहा जिनके पास भी संख्या है, उसके लिए सरकार बनाने की खुली छूट है।