Lok Sabha Elections: MVA में चल रही रार आई सामने, मुंबई की कमजोर सीटें ही कांग्रेस को देना चाहते हैं उद्धव
मुंबई की लोकसभा सीटों को लेकर महाविकास आघाड़ी में चल रही रार मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम के कांग्रेस से निष्कासन के रूप में सामने आ चुकी है। वास्तव में उद्धव ठाकरे कांग्रेस को मुंबई की ऐसी ही सीटें देना चाहते हैं जिन पर वह स्वयं कमजोर हैं। इनमें से एक सीट उत्तर मध्य मुंबई की है तो दूसरी उत्तर मुंबई की।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। मुंबई की लोकसभा सीटों को लेकर महाविकास आघाड़ी में चल रही रार मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम के कांग्रेस से निष्कासन के रूप में सामने आ चुकी है। वास्तव में उद्धव ठाकरे कांग्रेस को मुंबई की ऐसी ही सीटें देना चाहते हैं, जिन पर वह स्वयं कमजोर हैं। इनमें से एक सीट उत्तर मध्य मुंबई की है, तो दूसरी उत्तर मुंबई की।
उत्तर मुंबई सीट का इतिहास
उत्तर मुंबई की सीट से भाजपा ने इस बार अपने केंद्रीय मंत्री पीयुष गोयल को उम्मीदवारी दी है। यह मुंबई में भाजपा की सबसे मजबूत सीटों में से एक मानी जाती है। यहां से भाजपा के राम नाईक 1989 से 2004 तक लगातार पांच बार जीत चुके हैं। 2004 में उन्हें फिल्म अभिनेता गोविंदा से हार का सामना करना पड़ा था। फिर 2009 में भी यहां से कांग्रेस के ही टिकट पर संजय निरुपम जीते थे, लेकिन 2014 और 2019 का चुनाव भाजपा के वर्तमान सांसद गोपाल शेट्टी जीत चुके हैं। यानी पिछले 30 वर्षों में उत्तर मुंबई से सिर्फ दो बार कांग्रेस जीती है।
चूंकि शिवसेना-भाजपा के 30 साल पुराने गठबंधन में ये सीट कभी शिवसेना के पास रही ही नहीं, इसलिए यहां उसका कोई जनाधार भी नहीं है। कुछ विधानसभा सीटें जरूर उसके पास हैं। इस बार भी भाजपा ने केंद्रीय मंत्री पीयुष गोयल के रूप में एक मजबूत उम्मीदवार ही उतारा है। उनके सामने शिवसेना (यूबीटी) कोई मजबूती उम्मीदवार दे पाने की स्थिति में नहीं है। इसलिए, उद्धव ठाकरे चाहते हैं कि वहां से कांग्रेस चुनाव लड़ ले। यानी वह हारने वाली सीट ही कांग्रेस को खैरात स्वरूप देना चाहते हैं।
उत्तर मध्य मुंबई सीट
मुंबई की जो एक और सीट उत्तर-मध्य मुंबई की है, वह कांग्रेस को देना चाहते हैं। वहां से भाजपा की सांसद पूनम महाजन है। वह 2014 और 2019 में अच्छे अंतर से कांग्रेस की ही उम्मीदवार प्रिया दत्त को हराकर चुनाव जीती हैं। प्रिया दत्त की सक्रियता पिछले 10 वर्ष से क्षेत्र में शून्य है।
दूसरी ओर इसी क्षेत्र के बड़े कांग्रेस नेता बाबा सिद्दीकी कांग्रेस छोड़कर राकांपा अजित गुट में जा चुके हैं। इस क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली एक विधानसभा सीट से उनके पुत्र जीशान सिद्दीकी विधायक हैं। मुंबई भाजपा के तेज तर्रार अध्यक्ष आशीष शेलार भी इसी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली एक सीट से विधायक हैं। इस क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली विले पार्ले सीट भी भाजपा के पास है। इसलिए, उद्धव ठाकरे उत्तर-मध्य मुंबई की सीट को अपने लिए कमजोर मान रहे हैं। वह चाहते हैं कि इस सीट से कांग्रेस लड़े, लेकिन कांग्रेस के पास भी इस सीट पर कोई मजबूत उम्मीदवार नहीं है। इसलिए, वह इसे लेने से कतरा रही है।