Maharashtra: सुशांत सिंह राजपूत और रिया चक्रवर्ती के बैंक खातों से हो सकते हैं कई खुलासे
Sushant Singh Rajput बिहार पुलिस की अब तक रिया चक्रवर्ती से मुलाकात नहीं हो सकी है लेकिन पुलिस ने सुशांत के रसोइए व उसकी बहन मीतू सिंह से पूछताछ की है।
ओमप्रकाश तिवारी, मुंबई। Sushant Singh Rajput: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में सुशांत और रिया चक्रवर्ती के बैंक खातों से पुलिस को इस मामले की दिशा तय करने में मदद मिल सकती है। संभवतः इसीलिए मुंबई पहुंची बिहार पुलिस का पूरा ध्यान वीरवार को सुशांत और रिया के बैंक खाते खंगालने पर रहा। दूसरी ओर, प्रवर्तन निदेशालय ने भी बिहार पुलिस से सुशांत मामले की प्राथमिकी मांगकर इस मामले में रुचि लेने के संकेत दे दिए हैं। सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद लगभग 45 दिन तक मुंबई पुलिस इस मामले की जांच सिर्फ फिल्म उद्योग में भाई-भतीजावाद के कोण पर ही करती रही है।
उसने अब तक इस मामले से जुड़े पैसों के लेन-देन पर कोई जांच शुरू नहीं की है, लेकिन सुशांत के पिता द्वारा मंगलवार को पटना में दर्ज कराई गई प्राथमिकी के बाद मुंबई पहुंची बिहार पुलिस ने सुशांत और रिया के बैंक खातों को खंगालना शुरू कर दिया है। गुरुवार को बिहार पुलिस की टीम कोटक महिंद्रा बैंक पहुंची और वहां सुशांत के बैंक खाते से शुरुआत से अब तक हुए लेन-देन की जानकारी जुटाई। चूंकि सुशांत के पिता ने आरोप लगाया कि पिछले एक साल में सुशांत के खाते से करीब 15 करोड़ रुपये निकाले गए। यह आरोप भी लग रहे हैं कि सुशांत की महिला मित्र रिया चक्रवर्ती ने सुशांत के साथ मिलकर विविडरेज रियलिटीएक्स प्रा.लि. नामक एक कंपनी शुरू की थी, जिसका डायरेक्टर उसने अपने भाई शोविक को भी बनवाया था। बिहार पुलिस की अब तक रिया चक्रवर्ती से मुलाकात नहीं हो सकी है, लेकिन पुलिस ने सुशांत के रसोइए व उसकी बहन मीतू सिंह से पूछताछ की है।
बिहार पुलिस गुरुवार शाम ही टीवी इंडस्ट्री में सुशांत की सहकलाकार रही अंकिता लोखंडे से भी पूछताछ करने पहुंची और करीब एक घंटे उससे पूछताछ की। अंकिता ने पिछले दिनों कुछ ऐसे ट्वीट किए हैं, जिनसे सुशांत-रिया के संबंधों में कटुता के संकेत मिलते हैं। सुशांत की आत्महत्या के बाद अंकिता सुशांत के परिवार से भी दो बार मिल चुकी हैं। बिहार पुलिस पिछले दो दिनों से जहां मुंबई में सुशांत मामले से जुड़े लोगों से मिलजुल रही है, उनके बैंक खातों को खंगाल रही है, वहीं उसकी इस तेजी पर महाराष्ट्र सरकार की तल्खी भी दिखाई देने लगी है।
इधर, महाराष्ट्र के गृहराज्यमंत्री शंभूराज देसाई ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार की अनुमति के बिना बिहार पुलिस सुशांत सिंह मामले की जांच मुंबई में नहीं कर सकती। उसे जांच शुरू करने से पहले महाराष्ट्र सरकार से अनुमति लेनी चाहिए थी। देसाई ने यह भी दोहराया कि इस मामले की जांच सीबीआई को देने का सवाल ही नहीं उठता। मुंबई पुलिस इसकी जांच कर रही है और जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है। कानूनी क्षेत्र से जुड़े लोगों का भी मानना है कि इस मामले की जांच मुंबई पुलिस को ही करनी चाहिए। वकील आभा सिंह के अनुसार चूंकि आत्महत्या की यह घटना मुंबई में हुई है, इसलिए यह मुंबई पुलिस के ही जांच क्षेत्र का मामला बनता है।
सुशांत के परिजनों को यदि कोई बात बतानी ही थी, तो उन्हें यह बात मुंबई पुलिस को बतानी चाहिए थी। ताकि वह सही दिशा में अपनी जांच को आगे बढ़ा सके। आभा सिंह के अनुसार मुंबई पुलिस की जांच रिपोर्ट सामने आए बिना यह निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता कि जांच सही हुई है या गलत। जांच पूरी होने के बाद यदि कोई कमी नजर आती हो, तो उसे मुंबई उच्च न्यायालय में चुनौती देकर किसी अन्य जांच एजेंसी को सौंपने की दरख्वास्त की जा सकती है।