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पनडुब्बी आइएनएस कलवरी राष्ट्र को समर्पित

आइएनएस कलवरी का निर्माण मुंबई के मझगांव डॉक लिमिटेड (एमडीएल) में फ्रांस की रक्षा एवं ऊर्जा कंपनी डीसीएनएस के तकनीकी सहयोग से किया गया है।

By Babita KashyapEdited By: Published: Fri, 15 Dec 2017 03:31 PM (IST)Updated: Fri, 15 Dec 2017 03:31 PM (IST)
पनडुब्बी आइएनएस कलवरी राष्ट्र को समर्पित
पनडुब्बी आइएनएस कलवरी राष्ट्र को समर्पित

मुंबई, राज्य ब्यूरो। हिंद महासागर में भारत की ताकत और मजबूत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वदेश निर्मित पहली स्कॉर्पिन पनडुब्बी आइएनएस कलवरी राष्ट्र को समर्पित किया है। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमन एवं नौसेना प्रमुख सुनील लांबा की मौजूदगी में इस पनडुब्बी को गुरुवार को कमीशन किया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि कलवरी या टाइगर शार्क की शक्ति से हमारी नौसेना और मजबूत होगी। इसका नाम हिंद महासागर में पाई जानेवाली खतरनाक टाइगर शार्क के नाम पर ही रखा गया है।

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प्रधानमंत्री ने हिंद महासागर में भारत की मजबूती के साथ पड़ोसी देशों की मदद का संकल्प भी दोहराया। उन्होंने कहा कि हम हिंद महासागर में अपने वैश्विक, आर्थिक एवं सामरिक हितों को लेकर पूरी तरह सजग और सतर्क हैं। इसके लिए भारत की मॉडर्न और मल्टीडायमेंशनल नौसेना पूरे क्षेत्र में शांति व स्थायित्व के लिए आगे बढ़कर नेतृत्व करती है।

आइएनएस कलवरी का निर्माण मुंबई के मझगांव डॉक लिमिटेड (एमडीएल) में फ्रांस की रक्षा एवं ऊर्जा कंपनी डीसीएनएस के तकनीकी सहयोग से किया गया है। यह स्कार्पिन श्रेणी की उन छह पनडुब्बियों में से पहली है, जिन्हें भारतीय नौसेना में शामिल किया जाना है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आइएनएस कलवरी मेक इन इंडिया का एक बेहतरीन उदाहरण है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अपने पड़ोसियों की मदद के लिए भारत सदैव तत्पर है। चाहे वह मालदीव हो या श्रीलंका, बंग्लादेश हो या कोई और देश, भारतीय नौसेना मदद में कभी पीछे नहीं रही। यमन में अपने नागरिकों को बचाने में नौसेना का अहम योगदान रहा है। प्रधानमंत्री के अनुसार, सबका साथ सबका विकास का हमारा मंत्र जल-थल-नभ में एक समान है। पूरे विश्व को एक परिवार मानते हुए भारत अपने वैश्विक उत्तरदायित्वों को लगातार निभा रहा है। भारतीय नौसेना की विशिष्ट भूमिका की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि इसे एक विशेष नाम सिक्यूरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन दिया गया है। समुद्र के रास्ते आतंकवाद, समुद्री लूट, ड्रग्स तस्करी हो या अवैध फिशिंग, भारत इन सभी चुनौतियों से निपटने में महत्व्सपूर्ण

भूमिका निभा रहा है। 

आइएनएस कलवरी

आइएनएस कलवरी एक डीजल इलेक्ट्रिक लड़ाकू पनडुब्बी है। इस परियोजना को फ्रांस के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया गया है। शोर और ध्वनि को कम रखने के लिए रेडिएटेड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हुआ है। हाइड्रो-डायनामिक ऑप्टिमाइज्ड आकार होने से यह टॉरपीडो एवं ट्यूब तरीके से एंटी शिप मिसाइल का इस्तेमाल करने में सक्षम है। यह एंटी सरफेस वार, एंटी सबमरीन वार, बारूदी सुरंग बिछाने, समुद्री क्षेत्र की कुशलतापूर्वक निगरानी करने एवं इंटेलीजेंस  इकट़ठा करने में सक्षम होगी। कलवरी श्रेणी की ही दूसरी पनडुब्बी खंदेरी भी अंतिम चरण में है। इन दिनों समुद्र में इसका ट्रायल चल रहा है। 

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