मुंबई महानगरपालिका में शिवसेना का मेयर और डिप्टी मेयर बनना तय, जानें कैसे राह हुई आसान
बृहन मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के मेयर चुनाव में भाजपा के पीछे हटने के निर्णय ने शिवसेना के लिए निर्विरोध जीत का रास्ता तैयार कर दिया है।
मुंबई, एजेंसियां। बृहन मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के मेयर चुनाव में भाजपा के पीछे हटने के निर्णय ने शिवसेना के लिए निर्विरोध जीत का रास्ता तैयार कर दिया है। 22 नवंबर को होने वाले मेयर चुनाव के लिए शिवसेना प्रत्याशी किशोरी पेडणेकर व डिप्टी मेयर के लिए सुहास वाडकर ने सोमवार को अंतिम दिन नामांकन पत्र दाखिल किए। अंतिम समय तक दोनों पदों के लिए इन्हीं दो प्रत्याशियों द्वारा नामांकन दाखिल किए जाने के कारण इनका निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा है। पेडणेकर प्रभादेवी से चौथी बार, जबकि वाडकर मलाड से दूसरी बार पार्षद चुने गए हैं।
भाजपा ने नहीं उतारा उम्मीदवार
भाजपा विधायक आशीष शेलार ने दिन में ही साफ कर दिया था कि मुंबई के मेयर चुनाव में इस बार पार्टी अपने प्रत्याशी नहीं उतारेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी के पास अभी जीत के लिए पर्याप्त संख्या नहीं है और विरोधियों को साथ लेकर हम अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं कर सकते। वर्ष 2022 में भाजपा के पास जीत के लिए पर्याप्त संख्या होगी और तब हम मेयर चुनाव में प्रतिभाग करेंगे।
माना जा रहा है कि भाजपा ने शिवसेना से तनावपूर्ण रिश्तों को देखते हुए मेयर चुनाव से पीछे हटने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री पद को लेकर ही शिवसेना ने राजग तक से नाता तोड़ लिया है।
दो दशक से भी ज्यादा समय से बीएमसी पर काबिज है शिवसेना
भाजपा के सहयोग के साथ पिछले दो दशक से भी ज्यादा समय से शिवसेना बीएमसी पर काबिज है। बीएमसी की कुल 227 सीटों में से 84 पर शिवसेना व 82 पर भाजपा काबिज है। वर्ष 2017 में भाजपा ने मेयर पद के लिए शिवसेना के विश्वनाथ महादेश्वर का समर्थन किया था।