हिंदुओं को उनके ही देश में आतंकी बताया जा रहा: शिवसेना
शिवसेना ने कहा है कि पनसारे, दाभोलकर, पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश व तर्कवादी एमएम कालबुर्गी साजिशों के शिकार हुए।
मुंबई, प्रेट्र। शिवसेना ने कहा है कि तर्कवादी गोविंद पनसारे और नरेंद्र दाभोलकर के हत्यारों को सजा मिलनी चाहिए, लेकिन हिंदुओं को उनके ही देश में आतंकी करार नहीं देना चाहिए।
पार्टी मुखपत्र सामना के संपादकीय में शिवसेना ने कहा है कि पनसारे, दाभोलकर, पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश और तर्कवादी एमएम कालबुर्गी अलग-अलग तरह की साजिशों के शिकार हुए। उन पर हमलों के पीछे कोई एक मास्टरमाइंड नहीं था। माओवादियों के साथ रिश्तों के चलते पांच सामाजिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई पर शिवसेना ने कहा, उन्हें नक्सलवाद का कथित समर्थक बताया जा रहा है। लेकिन हिंदुत्व के समर्थकों के लिए हिंदू अतिवादी शब्द इस्तेमाल होता है। यह गलत है।
केंद्र और महाराष्ट्र में भाजपा सरकारों को समर्थन कर रही शिवसेना ने दोनों सरकारों पर इस मुद्दे पर हमला बोला। कहा, मोदी और फड़नवीस की सरकारों के कार्यकाल में हिंदुओं को उनके देश में आतंकी बताया जा रहा है। लेकिन पार्टी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की प्रशंसा की कि उन्होंने पुलिस को वामपंथ और दक्षिणपंथ की परवाह किए बगैर निष्पक्ष कार्रवाई के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि इस महीने की शुरुआत में सीबीआइ ने दाभोलकर हत्याकांड में सचिन अंदुरे नाम के शूटर को गिरफ्तार किया था। उस पर उन शूटरों के गिरोह में शामिल होने का आरोप है जिन्होंने 2017 में गौरी लंकेश की बेंगलुरु में और 2013 में पुणे में दाभोलकर की हत्या की थी। इसी महीने महाराष्ट्र की एटीएस ने पांच दक्षिणपंथी कार्यकर्ता गिरफ्तार किए थे और उनके पास से बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए थे।