शिवसेना नेता आदेश बांदेकर फिर बने श्री सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष
Chairman of Shri Siddhivinayak Temple Trust शिवसेना नेता आदेश बांदेकर को आगामी 3 वर्षो के लिए श्री सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष के रूप में पुन नियुक्त कर दिया गया है।
मुंबई, एएनआइ। शिवसेना नेता आदेश बांदेकर को 24 जुलाई 2020 से प्रारंभ होने वाले आगामी 3 वर्षो के लिए श्री सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष के रूप में फिर से नियुक्त किया गया है। उन्हें दिया गया यह पद महाराष्ट्र सरकार में राज्य मंत्री (MoS) पद के बराबर रहेगा।
गौरतलब है कि महानगर के सुप्रसिद्ध श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष व शिवसेना नेता आदेश बांदेकर को फडणवीस सरकार ने राज्यमंत्री का दर्जा दिया था। इस विषय में सरकार ने शासनादेश भी जारी किया था। शासनादेश के तहत बांदेकर को हर माह 7,500 रुपये मानदेय, मंदिर ट्रस्ट की प्रत्येक बैठक में उपस्थित रहने पर 500 रुपये भत्ते के अलावा 3,000 रुपये मोबाइल फोन का खर्च भी दिये जाने की बात की गयी थी। मंदिर के ट्रस्ट कार्यालय में काम करने के लिए अध्यक्ष को एक निजी सहायक, एक लिपिक और एक परिचारक भी दिया गया था। यह सभी खर्च श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट उठाता है।
अभिनेता से नेता बने आदेश बांदेकर ने अपने करियर की शुरुआत दूरदर्शन के शो ‘ताक धिना धिन' से की थी। इसके बाद उन्हें जी मराठी भाषा के एक कार्यक्रम ‘होम मिनिस्टर'' से खास पहचान मिली थी। आदेश बांदेकर साल 2009 में शिवसेना में शामिल हुए थे। शिवसेना ने बांदेकर को दादर से मनसे के नितिन सरदेसाई के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा था, लेकिन वे चुनाव हार गए थे। शिवसेना ने बांदेकर को पार्टी का सचिव पद दिया था। 2017 में वे श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नियुक्त किए गए थे।
बता दें कि सरकारी दस्तावेजों के अनुसार श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर का निर्माण नवंबर 1801 में हुआ था। महाराष्ट्र के कानून एवं न्याय विभाग की मंदिरों को मिलने वाले चंदे की रिपोर्ट के मुताबिक सिद्धिविनायक मंदिर को प्रतिदिन 25 लाख रुपये का दान मिलता है।