Maharashtra: महा विकास अघाड़ी सरकार में मतभेदों की अटकलों के बीच एनसीपी प्रमुख पवार की मुख्यमंत्री ठाकरे से मुलाकात
महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में अटकलों के बीच राकांपा अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के बंगले वर्षा में मुलाकात की। यह बैठक 5 जुलाई से शुरू हो रहे राज्य विधानमंडल के दो दिवसीय मानसून सत्र से पहले हो रही है।
मुंबई, पीटीआइ। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन की महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi ) सरकार में मतभेदों को लेकर राज्य के राजनीतिक गलियारों में अटकलों के बीच राकांपा अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने मंगलवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) से मुलाकात की।
यह बैठक उन अफवाहों के बीच हुई, जिसमें कहा जा रहा था कि शिवसेना 35 साल से अपनी सहयोगी भाजपा के साथ समझौता करने पर विचार कर रही है। सूत्रों के अनुसार एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने दक्षिण मुंबई के पॉश मालाबार हिल इलाके में स्थित मुख्यमंत्री के आधिकारिक बंगले वर्षा में गए और लंबी चर्चा की।
यह बैठक 5 जुलाई से शुरू हो रहे राज्य विधानमंडल के दो दिवसीय मानसून सत्र से पहले हो रही है। शिवसेना ने मंगलवार को पार्टी विधायकों को पूरे दो दिन की कार्यवाही में शामिल होने के लिए व्हिप भी जारी किया था। मराठा कोटा और ओबीसी आरक्षण जैसे मुद्दों से निपटने के लिए एमवीए भागीदारों के बीच अलग-अलग मत हैं।
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने हाल ही में कहा था कि शिवसेना के साथ गठबंधन की "एक्सपायरी डेट" है और अगले चुनाव में उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी। ठाकरे ने सबसे पुरानी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि जो लोग लोगों की समस्याओं का समाधान पेश किए बिना अकेले चुनाव लड़ने की बात करते हैं, उन्हें लोग चप्पल से पीटेंगे।
गौरतलब है कि हाल ही में शरद पवार ने विश्वास व्यक्त किया था कि 2019 में सत्ता में आई महाराष्ट्र में एमवीए सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी और सहयोगी शिवसेना की प्रशंसा करते हुए कहा था कि यह वह पार्टी है जिस पर कोई भी भरोसा कर सकता है। उन्होंने ये टिप्पणी दिल्ली में ठाकरे और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच आमने-सामने हुई बैठक और इस महीने की शुरुआत में मुंबई में भाजपा नेता और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ पवार की बैठक की पृष्ठभूमि के बाद की थी। पवार ने यह भी कहा था कि एमवीए अगले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करेगी, जिससे संकेत मिलता है कि तीनों दल 2024 का चुनाव एक साथ लड़ सकते हैं।