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Maharashtra Politics: देवेंद्र फड़नवीस पर नवाब मलिक के आरोप से भाजपा आगबबूला, जानें-किसने क्या कहा

Maharashtra Politics महाराष्ट्र में देवेंद्र फड़नवीस पर राकांपा नेता नवाब मलिक के आरोप पर भाजपा आगबबूला है। भाजपा विधायक व मुंबई भाजपा के पूर्व अध्यक्ष आशीष शेलार ने प्रेसवार्ता करते हुए फड़नवीस पर लगे सभी आरोपों को झूठा करार दिया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 10 Nov 2021 09:01 PM (IST)Updated: Wed, 10 Nov 2021 09:01 PM (IST)
Maharashtra Politics: देवेंद्र फड़नवीस पर नवाब मलिक के आरोप से भाजपा आगबबूला, जानें-किसने क्या कहा
देवेंद्र फड़नवीस और नवाब मलिक। फाइल फोटो

मुंबई, राज्य ब्यूरो। क्रूज ड्रग्स मामले से शुरू हुआ आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला अब राजनीतिक छींटाकशी तक आ पहुंचा है। मंगलवार को भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने राकांपा नेता नवाब मलिक पर अंडरव‌र्ल्ड के लोगों से जमीन खरीदने का आरोप लगाया था। बुधवार को नवाब मलिक ने फड़नवीस के मुख्यमंत्रित्वकाल में जाली नोटों के कारोबार को संरक्षण दिए जाने और आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को सरकारी समितियों में पद देने का आरोप लगाया। इधर, नवाब मलिक द्वारा देवेंद्र फड़नवीस पर लगाए गए कई आरोपों पर भाजपा आगबबूला दिखाई दे रही है। फड़नवीस द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए नवाब मलिक ने मंगलवार को ही कह दिया था कि वह बुधवार को अंडरव‌र्ल्ड का हाइड्रोजन बम गिराएंगे।

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नवाब मलिक ने लगाए ये आरोप

बुधवार सुबह नवाब मलिक ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि आठ नवंबर, 2016 को नोटबंदी की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि इससे आतंकवाद, जाली नोट और काले धन पर रोक लगेगी। नोटबंदी के बाद मध्य प्रदेश, तमिलनाडु जैसे कई राज्यों में जाली नोटों की खेपें पकड़ी जाती रहीं। लेकिन महाराष्ट्र में एक साल तक जाली नोट पकड़े जाने की एक भी घटना सामने नहीं आई। क्योंकि यहां मुख्यमंत्री फड़नवीस के संरक्षण में ही जाली नोटों का खेल चल रहा था। करीब एक साल बाद आठ अक्टूबर, 2017 को मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कांप्लेक्स में 14 करोड़, 56 लाख के जाली नोट पकड़े गए। लेकिन इस जब्ती को सिर्फ आठ लाख, 80 हजार रुपये दिखाकर दबा दिया गया। इस मामले में गिरफ्तार इमरान आलम शेख और रियाज शेख को कुछ ही समय बाद जमानत मिल गई। क्योंकि जाली नोटों के इस कारोबार को तत्कालीन सरकार का संरक्षण प्राप्त था। नवाब के अनुसार इमरान आलम शेख के बड़े भाई हाजी अरफाज शेख को दलबदल कराकर अल्पसंख्यक आयोग का अध्यक्ष बनाया था। नवाब ने सवाल उठाया कि यह मामला जांच के लिए एनआइए को क्यों नहीं दिया गया।

नवाब मलिक ने फड़नवीस पर राजनीति के अपराधीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने नागपुर के खुंखार गुंडे मुन्ना यादव को कांस्ट्रक्शन वर्कर बोर्ड का अध्यक्ष बनाने और हैदर आजम पर बांगलादेशियों को मुंबई में बसाने का आरोप लगाते हुए उसे मौलाना आजाद वित्त आयोग का अध्यक्ष बनाए जाने का भी आरोप लगाया।रियाज भाटी नामक एक व्यक्ति को दाऊद का करीबी बताते हुए नवाब मलिक ने उसकी तस्वीरें भाजपा नेताओं के साथ होने और प्रधानमंत्री की सभा में उनके करीब जाने की अनुमति पर भी सवाल उठाए। नवाब के अनुसार रियाज भाटी एक बार मुंबई विमानतल पर दो फर्जी पासपोर्ट रखने के मामले में पकड़ा गया था। लेकिन उसे भी सिर्फ दो दिन में ही जमानत मिल गई थी। नवाब ने फड़नवीस के कार्यकाल में उनके संरक्षण में मुंबई में उगाही का खेल चलने का आरोप भी लगाया।

फड़नवीस पर आरोप लगने से भाजपा आगबबूला

राकांपा नेता नवाब मलिक द्वारा देवेंद्र फड़नवीस पर लगाए गए कई आरोपों पर भाजपा आगबबूला दिखाई दे रही है। मुंबई भाजपा के अध्यक्ष मंगलप्रभात लोढ़ा के नेतृत्व में जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने नवाब मलिक के पोस्टर जलाए, वहीं भाजपा विधायक व मुंबई भाजपा के पूर्व अध्यक्ष आशीष शेलार ने प्रेसवार्ता करते हुए फड़नवीस पर लगे सभी आरोपों को झूठा करार दिया। उन्होंने कहा कि नवाब मलिक अपने किसी भी आरोप में फड़नवीस का संबंध साबित नहीं कर पाए हैं। उनके सारे आरोप बेबुनियाद हैं। शेलार ने कहा कि नवाब मलिक का मानसिक संतुलन बिगड़ चुका है। भ्रष्टाचार का नया नाम नवाब मलिक है। नवाब मलिक ने जिस रियाज भाटी की तस्वीरें देवेंद्र फड़नवीस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दिखाते हुए भाजपा को घेरने की कोशिश की थी, उसी रियाज भाटी की तस्वीरें शेलार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उनके पुत्र एवं मंत्री आदित्य ठाकरे, स्वयं नवाब मलिक की पार्टी राकांपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार व कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण के साथ दिखाईं। रियाज भाटी पेशे से बिल्डर है। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह और अंटीलिया मामले में क्राइम ब्रांच की हिरासत में चल रहे सचिन वाझे से भी रियाज भाटी के संबंध हैं। गोरेगांव पुलिस थाने में परमबीर सिंह के विरुद्ध दर्ज हफ्ता वसूली के एक मामले में भी रियाज भाटी सहआरोपित है। फिलहाल वह फरार चल रहा है।


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