पांच साल चलेगी मेरी सरकार, शिवसेना से खतरा नहीं: फडणवीस
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर देवेंद्र फडणवीस 31 अक्टूबर को एक साल का टेन्योर पूरा करने जा रहे हैं। फडणवीस ने कहा कि मेरी सरकार पांच साल चलेगी, हमें शिवसेना से कोई खतरा नहीं है।
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर देवेंद्र फडणवीस 31 अक्टूबर को एक साल का टेन्योर पूरा करने जा रहे हैं। विरोधियों के बाद सहयोगी पार्टी शिवसेना फडणवीस सरकार पर एक के बाद एक हमले कर रही है। फडणवीस ने कहा कि मेरी सरकार पांच साल चलेगी, हमें शिवसेना से कोई खतरा नहीं है। सीएम ने कई मुद्दों पर अपनी बात बेबाकी से रखी। पेश है बातचीत के कुछ प्वाइंट्स...
सवाल- विरोधी आपको फेल मुख्यमंत्री बता रहा है। ऐसा क्यों?
जवाब- महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्य के मुख्यमंत्री के एक साल के कामकाज का आकलन करना बहुत जल्दबाजी होगी। वैसे भी मेरा स्वभाव कोई राजनीतिज्ञ नहीं है कि मैं किसी को जवाब दूं। किसी को खत्म करूं, किसी को नीचा और किसी को ऊंचा दिखाऊं। मैं यहां तक आगे बढ़ा हूं, तो सिर्फ पॉजिटिव कामों की बदौलत।
सवाल- महाराष्ट्र में परमानेंट होम मिनिस्टर की मांग हो रही है। क्या आप विरोधियों की इस मांग से दूर भाग रहे हैं?
जवाब- बिल्कुल नहीं। एक साल पहले राज्य में भाजपा की सरकार बनने से पहले यदि 100 आरोपी पकड़े जाते थे, तो उसमें से सिर्फ 9 को सजा होती थी और 91 छूट जाते थे। जब से मैंने गृह मंत्री की कमान संभाली है। 41त्न पकड़े गए अपराधियों को सजा हुई है। जहां इस मामले में महाराष्ट्र देश में सबसे नीचे था, वहीं अब देश के नंबर-पांच के राज्यों में शामिल हो गया है। बहुत जल्द महाराष्ट्र इस मामले में एक नंबर पर होगा।
सवाल- उद्धव ठाकरे ने शिवसेना की दशहरा रैली में बीजेपी के खिलाफ जमकर बयानबाजी की है।
जवाब- शिवसेना हमारी सहयोगी पार्टी है। बीजेपी और शिवसेना का 25 साल पुराना साथ है। वह इसी प्रकार चलता रहेगा। जो कुछ चल रहा है उसमें कुछ भी नया नहीं है। क्योंकि यह गठबंधन की सरकार है। जिसमें दो पार्टी है और दोनों की विचारधारा अलग-अलग है। हमारे विचार कहीं मिलते हैं तो कभी नहीं मिलते।
सवाल- शिवसेना के हमलावर रवैए से तो यही लगता है कि 2017 में होने वाले मुंबई निकाय चुनाव के बाद शायद वह राज्य की सरकार गिरा दे?
जवाब- इस पर मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि मेरी सरकार को कोई खतरा नहीं है। मेरी सरकार पांच साल का टेन्योर पूरा करेगी।
सवाल- पर कांग्रेस और एनसीपी जैसे विरोधी दल के साथ-साथ शिवसेना भी राज्य में किसानों की खुदकुशी जैसे मुद्दे उठा रही है। मुख्यमंत्री के नाते आप पर आरोप लगाया जा रहा है कि आपने किसानों के हित में कुछ भी नहीं किया?
जवाब- जलयुक्त शिवार योजना के माध्यम से हमने 6200 गांवों में एक लाख छोटे-छोटे स्ट्रक्चर बनाकर 24 टीएमसी पानी जमा कर 6 लाख हेक्टर जमीन को सिंचाई के दायरे में लाया है। यह काम हमने सिर्फ 1400 करोड़ रुपए में किया। इसमें भी 300 करोड़ रुपए लोगों ने दिए हैं। इतना ही 24 टीएमसी पानी यदि पिछली सरकार के मापदंड के हिसाब से जमा किया जाता, तो 12 से 14 हजार करोड़ रुपए खर्च होता। इस तरह की कई योजनाओं से हालात में सुधार होगा।