Move to Jagran APP

Sushant Singh Rajput Case: सुशांत मामले में ईडी को भी सहयोग नहीं कर रही मुंबई पुलिस

Sushant Singh Rajput Case ईडी सुशांत के स्मार्टफोन व उनके कॉल डिटेल रिकॉर्ड चाहती है। लेकिन ये चीजें उपलब्ध कराना दो दूर मुंबई पुलिस ईडी के पत्रों के उत्तर भी नहीं दे रही है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 14 Aug 2020 07:40 PM (IST)Updated: Fri, 14 Aug 2020 10:19 PM (IST)
Sushant Singh Rajput Case: सुशांत मामले में ईडी को भी सहयोग नहीं कर रही मुंबई पुलिस
Sushant Singh Rajput Case: सुशांत मामले में ईडी को भी सहयोग नहीं कर रही मुंबई पुलिस

राज्य ब्यूरो, मुंबई। Sushant Singh Rajput Case: बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या की जांच में बिहार पुलिस के साथ टकराव के मूड में दिखी मुंबई पुलिस पर अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को भी सहयोग नहीं करने के आरोप लग रहे हैं। ईडी सुशांत के दोनों स्मार्टफोन व उनके कॉल डिटेल रिकॉर्ड चाहती है। लेकिन ये चीजें उपलब्ध कराना दो दूर, मुंबई पुलिस ईडी के पत्रों के उत्तर भी नहीं दे रही है। प्रवर्तन निदेशालय इन दिनों सुशांत सिंह के आर्थिक लेनदेन की जांच कर रही है। इसी क्रम में वह सुशांत की महिला मित्र रिया चक्रवर्ती, उसके पिता और भाई के अलावा कुछ और लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। वह सुशांत के कॉल डिटेल रिकॉर्ड भी जांचना चाहती है।

loksabha election banner

सूत्रों के अनुसार, इसके लिए ईडी की ओर से मुंबई पुलिस को अब तक चार पत्र लिखे जा चुके हैं। लेकिन फोन एवं कॉल रिकॉर्ड उपलब्ध कराना तो दूर, मुंबई पुलिस ने अभी तक इस केंद्रीय जांच एजेंसी को उसके पत्रों का उत्तर तक नहीं दिया है। ईडी रिया चक्रवर्ती के दो, उसके भाई शौविक, पिता इंद्रजीत तथा सुशांत एवं रिया की बिजनेस मैनेजर श्रुति मोदी के एक-एक मोबाइल फोन अपने कब्जे में ले चुकी है। ईडी इन सभी मोबाइल फोन के कॉल रिकॉर्ड्स का मिलान सुशांत के कॉल रिकॉर्ड से करना चाहती है। ताकि जांच आगे बढ़ाई जा सके।

इससे पहले बिहार पुलिस के साथ किया गया मुंबई पुलिस का व्यवहार अब भी चर्चा का विषय बना हुआ है। जिसमें पहले तो पटना से आई चार सदस्यीय पुलिस टीम को मुंबई पुलिस से कोई सहयोग नहीं मिला। उसके बाद मुबई पहुंचे एक आइएएस अधिकारी को रात 11 बजे क्वारंटाइन कर दिया गया। इस दौरान बिहार के पुलिस महानिदेशक द्वारा महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक को किए गए फोन का भी जवाब नहीं दिया गया। इसके साथ ही अब मुंबई पुलिस सर्वोच्च न्यायालय में इस केस की जांच सीबीआई को न सौंपने के लिए तर्क दे रही है, तो महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ पार्टियों के नेता भी सीबीआई जांच पर आपत्ति जता चुके हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.