Move to Jagran APP

महाराष्ट्र में जी का जंजाल बने नेताओं के जमाई, देशमुख ही नहीं; खडसे और नवाब मलिक के दामाद भी चर्चा में रहे

महाराष्ट्र के कई मंत्री अपने दामाद के कारण मुसीबत में घिर चुके हैं। अब देशमुख अपने दामाद गौरव चतुर्वेदी के कारण भी एक नई मुसीबत में फंसते दिख रहे हैं। इससे पहले नवाब मलिक और एकनाथ खडसे के दामाद भी चर्चा में रहे हैं।

By Babita KashyapEdited By: Published: Thu, 02 Sep 2021 11:56 AM (IST)Updated: Thu, 02 Sep 2021 11:56 AM (IST)
महाराष्ट्र में जी का जंजाल बने नेताओं के जमाई, देशमुख ही नहीं; खडसे और नवाब मलिक के दामाद भी चर्चा में रहे
अनिल देशमुख ही नहीं; खडसे और नवाब मलिक के दामाद भी चर्चा में रहे

मुंबई, ओमप्रकाश तिवारी। महाराष्ट्र में एक कहावत है– जामातो दशम् ग्रह। यानी जन्मकुंडली में बैठे उल्टे ग्रहों से भी ज्यादा पीड़ा देने वाला दसवां ग्रह अक्सर दामाद ही होता है। यही कहावत महाराष्ट्र के कई राजनेताओं पर चरितार्थ होती दिख रही है। महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पहले से मुसीबत में हैं। उन पर महाराष्ट्र पुलिस के ही अधिकारियों के जरिए 100 करोड़ रुपए हर महीने की वसूली का आरोप है।

loksabha election banner

उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई इस प्रकरण की जांच कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी इसी प्रकरण से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में देशमुख और उनके करीबियों की जांच कर रही है। ईडी ने उनके परिवार की 400 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त कर ली है तथा उनके सहायकों को गिरफ्तार कर लिया है। अब देशमुख अपने दामाद गौरव चतुर्वेदी के कारण भी एक नई मुसीबत में फंसते दिख रहे हैं।

जमाई की इस करतूत से बढ़ सकती है देशमुख की मुसीबत

सीबीआई ने बुधवार को चतुर्वेदी को कुछ समय के लिए हिरासत में लिया था। मामला ऐसा है कि पिछले सप्ताह कुछ चैनलों ने देशमुख को सीबीआई द्वारा क्लीनचिट दिए जाने की खबर बहुत जोरों से प्रचारित की। इस खबर का खंडन करते हुए सीबीआई ने इस विषय की भी जांच शुरू कर दी, और नागपुर स्थित वकील आनंद डागा को मंगलवार शाम गिरफ्तार कर लिया। इस मामले की तहकीकात कर रहे सीबीआई के सब इंस्पेक्टर अभिषेक तिवारी को भी इसी सिलसिले में बुधवार को गिरफ्तार किया गया। साथ ही, अनिल देशमुख के दामाद चतुर्वेदी को उनके मुंबई स्थित घर से हिरासत में लेकर बांद्रा-कुर्ला काम्प्लेक्स स्थित सीबीआई कार्यालय में पूछताछ के लिए ले जाया गया। हालांकि, कुछ घंटों बाद उन्हें घर जाने दिया गया। माना जा रहा है कि क्लीन चिट वाले मामले के सूत्रधार चतुर्वेदी ही थे और जमाई की यह करतूत देशमुख की मुसीबत कम करने के बजाय और बढ़ा सकती है।

एकनाथ खडसे के दामाद गिरीश चौधरी भी ईडी की गिरफ्त में हैं

दामाद के कारण बुरे फंसे नेताओं में अनिल देशमुख अकेले नहीं हैं। भाजपा छोड़ राकांपा का दामन थामने वाले एकनाथ खडसे के दामाद गिरीश चौधरी भी इन दिनों ईडी की गिरफ्त में हैं। आरोप है कि उन्होंने एकनाथ खडसे के राजस्व मंत्री रहते उनके पद का अनुचित लाभ लेते हुए पुणे की एक एमआईडीसी में 31 करोड़ कीमत का भूखंड सिर्फ 3.75 करोड़ में खरीद लिया था। इस सौदे के कारण सरकारी खजाने को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था। इस मामले में गिरीश चौधरी के अलावा उनके ससुर एकनाथ खडसे एवं सास मंदाकिनी खडसे भी ईडी के रडार पर हैं। तीन दिन पहले ही ईडी ने खडसे परिवार की 5.73 करोड़ की संपत्तियां जब्त की हैं। भविष्य मेंखडसे की मुसीबत और बढ़ सकती है।

नवाब मलिक भी दामाद के कारण चर्चा में रहे

इसी प्रकार अक्सर महाविकास आघाड़ी सरकार के नेताओं के बचाव में उतरने वाले राकांपा नेता एवं उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक भी दामाद के कारण चर्चा में रह चुके हैं। उनका दामाद समीर खान इसी वर्ष नौ जनवरी से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की गिरफ्त में है। जनवरी में एनसीबी ने करण सजनानी नामक ब्रिटिश नागरिक द्वारा अमरीका से मंगवाए गए 75 किलो मारिजुआना और 125 किलो अन्य नशीले पदार्थ बरामद किए थे।

इस मामले की जांच के दौरान ही करण सजनानी ने एनसीबी को बताया कि ये पदार्थ भारत में लाने की साजिश खान ने रची थी, एवं उसके लिए पैसा भी जुटाया था। आरोपों की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए कोर्ट खान की जमानत अर्जी खारिज कर चुका है। एक माह पहले एनसीबी ने सजनानी और खान के साथ राहिला और शाइस्ता फर्नीचरवाला तथा दक्षिण मुंबई के प्रसिद्ध मुच्छड़ पानवाला के एक मालिक रामकुमार तिवारी के खिलाफ आरोपपत्र भी पेश कर दिए हैं। इनमें से केवल रामकुमार तिवारी एवं शाइस्ता फर्नीचरवाला को ही जमानत मिली है। बाकी सभी जेल में हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.