Maharashtra: मनसुख हिरेन ने मौत से दो दिन पहले सीएम उद्धव ठाकरे को लिखा था पत्र
Maharashtra मुकेश अंबानी के घर के निकट मिली विस्फोटक लदी स्कार्पियो के कथित मालिक मनसुख हिरेन ने अपनी मौत से दो दिन पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर कहा था कि उन्हें पुलिस व पत्रकारों द्वारा परेशान किया जा रहा है।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। Maharashtra: महाराष्ट्र के मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के निकट मिली विस्फोटक लदी स्कार्पियो के कथित मालिक मनसुख हिरेन ने अपनी मौत से दो दिन पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर कहा था कि उन्हें पुलिस व पत्रकारों द्वारा परेशान किया जा रहा है। जबकि वह अपनी कार चोरी होने की पूरी जानकारी पुलिस को दे चुके हैं। दो मार्च को मुख्यमंत्री को लिखे पत्र की प्रति हासिल नहीं हो सकी है। लेकिन बताया जाता है कि इस पत्र में मनसुख हिरेन ने शिकायत की थी कि उन्हें पुलिस पूछताछ के लिए बुलाकर पूरा-पूरा दिन बैठाए रखती है। जबकि हम अपनी कार चोरी होने की पूरी जानकारी उन्हें दे चुके हैं। यह पत्र लिखने के तीसरे दिन ही कार एसेसरीज व्यापारी मनसुख हिरेन तावड़े नाम के किसी पुलिस अधिकारी से मिलने की बात कहकर अपने घर से निकले थे।
रात भर गायब रहने के बाद उनका शव घर से सात किलोमीटर दूर मुंब्रा में समुद्री खाड़ी में मिला था। इसके बाद से ही विपक्षी दल राज्य सरकार पर आरोप लगाने लगे हैं। इस मामले में एक पुलिस एपीआई सचिन वझे की सक्रियता पर भी नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने सवाल उठाया है। फड़नवीस ने इस मामले की जांच एनआईए से करने की मांग की है। लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री अनिल देशमुख ने इस मामले की जांच एटीएस को सौंप दी है। एटीएस ने सभी कोणों से इस मामले की जांच शुरू कर दी है। इस बीच, बुधवार को मनसुख हिरेन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी पुलिस को प्राप्त हो गई है। जिसमें कहा गया है कि उनकी मृत्यु 12 से 14 घंटे पहले हो चुकी थी। मनसुख के शरीर पर किसी तरह के गंभीर घाव नहीं पाए गए हैं। लेकिन उनकी मौत का कारण पुलिस ने अभी स्पष्ट नहीं किया है। शव का विसरा जांच के लिए कालीना फोरेंसिक लैबोरेटरी को भेज दिया गया है।
अंबानी के घर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर खड़ी कई गई स्कार्पियो व एक इन्नोवा कार का रहस्य पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। स्कार्पियो किसी सैम म्यूटेन नामक व्यक्ति की थी। उसने ठाणे के कार एसेसरीज व्यवसायी मनसुख हिरेन से अपनी कार की साज-सज्जा करवाई थी। लेकिन पैसे न दे पाने की स्थिति में मनसुख ने वह कार अपने पास ही रोक ली थी। वह उसी कार से एक दिन ठाणे से मुंबई की ओर जा रहा था। रास्ते में कार का स्टीयरिंग जाम हो जाने के कारण मनसुख कार ऐरोली ब्रिज के पास खड़ी कर अपने काम से आगे चला गया। वापस लौटने पर जब कार नहीं मिली तो वह विक्रोली पुलिस थाने में कार चोरी होने की रिपोर्ट लिखाकर घर चला गया। 25 फरवरी को वही स्कार्पियो कार मुकेश अंबानी के घर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर खड़ी पाई गई। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति इस कार के पिछले दरवाजे से निकलकर पास ही खड़ी एक इन्नोवा की ओर जाता दिखाई दिया था। यह इन्नोवा भी ठाणे की ओर से ही मुकेश अंबानी के घर के पास तक पहुंची थी, और स्कार्पियो ड्राइवर को लेकर वापस चली गई थी। अब तक पुलिस इस इन्नोवा का पता भी नहीं लगा सकी है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि मनसुख के वॉट्सएप चैट्स की जांच की जानी चाहिए। उससे इस मामले में बहुत से खुलासे हो सकते हैं।
महाविकास आघाड़ी के लिए जरूरी है मनसुख की मौत का पर्दाफाशः संजय राउत
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मनसुख हिरेन की मौत निराशाजनक व दुर्भाग्यपूर्ण है। राज्य की महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार की प्रतिष्ठा व छवि के लिए जरूरी है कि इस मौत के रहस्य से पर्दा उठे। गृह विभाग के जल्द से जल्द सच्चाई का पता लगाना चाहिए। संजय राउत ने इस मामले की जांच एनआइए से कराने की भाजपा की मांग को खारिज करते हुए कहा कि गृहमंत्री अनिल देशमुख ने यह मामला एटीएस को सौंप दिया है, जो इसे सुलझाने में सक्षम है। हमें एटीएस पर भरोसा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मनसुख हिरेन की मौत का राजनीतिकरण करना और सरकार को घेरना गलत है। इस बात पर संदेह है कि उनकी हत्या हुई है या यह आत्महत्या का मामला है। वह एक महत्वपूर्ण मामले में एकमात्र गवाह थे। इसलिए उनकी संदिग्ध मौत के रहस्य से पर्दा उठना ही चाहिए।