BEST: मुंबई में बेस्ट खरीदेगी 900 एसी इलेक्ट्रिक डबल डेकर बसेंः आदित्य ठाकरे
BEST आदित्य ठाकरे ने कहा कि बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) मुंबई के लिए 900 एसी इलेक्ट्रिक डबल डेकर बसें खरीद रहा है। हम अपने बेस्ट बेड़े को बढ़ा रहे हैं। अंततः 10000 इलेक्ट्रिक व स्वच्छ वैकल्पिक ईंधन बसों के लिए हमारा लक्ष्य अधिकतम डबल-डेकर बसें हैं।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने वीरवार को कहा है कि बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) मुंबई के लिए 900 एसी इलेक्ट्रिक डबल डेकर बसें खरीद रही है। उनके मुताबिक, हम अपने बेस्ट बेड़े को बढ़ा रहे हैं। अंततः 10000 इलेक्ट्रिक व स्वच्छ वैकल्पिक ईंधन बसों के लिए हमारा लक्ष्य अधिकतम डबल डेकर बसें हैं। सूत्रों के मुताबिक, बेस्ट की इस परियोजना पर करीब 3600 करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है। इन एसी बसों में सफर के दौरान यात्रियों को काफी सुविधाएं मिलने की उम्मीद हैं। इन एसी बसों में सुविधाओं के साथ इनमें सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में भी धीरे-धीरे काफी इजाफा भी हो सकता है।
गौरतलब है कि मालवणी में टीपू सुल्तान के नाम पर बने स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के उद्घाटन से पहले भाजपा, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन कर गिरफ्तारी दी। यह कांप्लेक्स महाविकास अघाड़ी सरकार में मंत्री और कांग्रेस विधायक असलम शेख ने अपनी विधायक निधि से बनवाया है। इस स्पोर्ट्स कांप्लेक्स को सदर वीर टीपू सुल्तान क्रीड़ा संकुल नाम दिए जाने को लेकर भाजपा और हिंदू संगठन मंगलवार से ही विरोध जता रहे थे। बुधवार शाम इस स्पोर्ट्स कांप्लेक्स का उद्घाटन असलम शेख को करना था। वह मुंबई के प्रभारी मंत्री भी हैं, लेकिन विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने उद्घाटन समारोह शुरू होने से पहले ही कांप्लेक्स के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का कहना था कि वह छत्रपति शिवाजी महाराज की धरती पर टीपू सुल्तान के नाम पर किसी परियोजना का नामकरण नहीं होने देंगे। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि एक अत्याचारी के नाम पर इस तरह के नामकरण किए जाने का अर्थ है कि हम उस अत्याचार का महिमामंडन कर रहे हैं। क्रीड़ा संकुल बनवाने वाले मंत्री असलम शेख का कहना है कि टीपू सुल्तान अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ते हुए मारे जाने वाले एकमात्र राजा थे। इस तथ्य को स्वीकार करते हुए अब तक अनेक राज्यों में टीपू सुल्तान के नाम पर चौराहों, सड़कों व अन्य प्रतिष्ठानों का नामकरण किया जा चुका है। कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत कहते हैं कि सुभाष चंद्र बोस ने भी टीपू सुल्तान को शहीद बताकर उनका सम्मान किया था। इसलिए भाजपा को चुनावी लाभ के लिए ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए।