Maharashtra Politics: नाना पटोले बोले, अमिताभ बच्चन व अक्षय कुमार असली हीरो नहीं; 'जलसा' की बढ़ी सुरक्षा
Maharashtra Politics महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि मैं अक्षय कुमार और अमिताभ बच्चन के खिलाफ नहीं बल्कि उनके काम के खिलाफ बोलता था। वे असली हीरो नहीं हैं। अगर वे होते तो लोगों के कष्टों के दौरान उनके पास खड़े होते।
मुंबई, एएनआइ। Maharashtra Politics: महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की टिप्पणी के बाद मुंबई में अमिताभ बच्चन के घर जलसा में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इस बीच, नाना पटोले ने कहा कि हम पीछे नहीं हटे हैं। जब भी उनकी फिल्में रिलीज होंगी या जब हम उन्हें स्पॉट करेंगे तो हम उन्हें काले झंडे दिखाएंगे। हम लोकतांत्रिक तरीकों का पालन करेंगे। हम 'गोडसे वाले' नहीं, बल्कि 'गांधी वाले' हैं। उनके मुताबिक, मैं अक्षय कुमार और अमिताभ बच्चन के खिलाफ नहीं बल्कि उनके काम के खिलाफ बोलता था। वे असली हीरो नहीं हैं। अगर वे होते, तो लोगों के कष्टों के दौरान उनके पास खड़े होते। अगर वे 'कागज के शेर' बने रहना चाहते हैं, तो हमें कोई समस्या नहीं है।
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष की अमिताभ और अक्षय को धमकी
महाराष्ट्र के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने सिने जगत के वरिष्ठ अभिनेता अमिताभ बच्चन और अक्षय कुमार को धमकी दी है कि मोदी सरकार के खिलाफ चुप रहने वाली इन हस्तियों की फिल्मों की शूटिंग महाराष्ट्र में नहीं होने दी जाएगी। नाना पटोले के अलावा महाविकास अघाड़ी सरकार के दो अन्य दलों राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और शिवसेना की ओर से भी धमकियों के ऐसे ही स्वर सुनाई दे रहे हैं। पिछले सप्ताह ही महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस की कमान संभालने वाले नाना पटोले ने ट्वीट कर कहा है कि संप्रग सरकार के दौरान जब ईंधन की कीमत 70 रुपये थी तो सबने सवाल खड़े किए थे। अब अमिताभ बच्चन और अक्षय कुमार कहां हैं? आज पेट्रोल की कीमत 100 रुपये है। ऐसा होने के बाद भी वे चुप क्यों हैं? आम लोगों को लूटने वाली मोदी सरकार के खिलाफ चुप रहने वाली ऐसी हस्तियों की फिल्मों की शूटिंग महाराष्ट्र में नहीं होने दी जाएगी।
नाना पटोले पहले भी अमिताभ और अक्षय पर साध चुके हैं निशाना
नाना पटोले पहले भी अमिताभ और अक्षय पर निशाना साध चुके हैं। बुधवार को एक ट्वीट में उन्होंने कहा था कि संप्रग सरकार एक लोकतांत्रिक सरकार थी इसलिए वे उसकी आलोचना कर सकते थे। सभी की तरह अभिनेताओं को भी पेट्रोल 70 रुपये प्रति लीटर मिलता था। तब अमिताभ व अक्षय सहित अन्य लोगों ने भी ट्वीट कर नाराजगी व्यक्त की थी। अब जब पेट्रोल 100 रुपये पहुंच गया है तो क्या मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ बोलने की हिम्मत नहीं है? राकांपा नेता और मंत्री जीतेंद्र आह्वाड ने एक चैनल से बातचीत में कहा कि अमिताभ बच्चन कोई देश के आदर्श नहीं है और अक्षय कुमार तो कनाडा के नागरिक हैं। उन्हें देश के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। इन दोनों को राजनीति में पड़ने की जरूरत नहीं है। अक्षय कुमार फिल्मों से सबसे ज्यादा पैसे कमा रहे हैं, लेकिन वह विदेशी नागरिक हैं। वह देश नहीं चलाते। आह्वाड ने अमिताभ की स्मृति विलुप्त हो जाने पर भी सवाल उठाया।
शिवसेना ने अक्षय कुमार को विदेशी नागरिक बताया
शिवसेना प्रवक्ता किशोर तिवारी ने भी एक चैनल पर बोलते हुए अक्षय कुमार को विदेशी नागरिक बताया और धमकी दी कि जल्द ही उन्हें कनाडा जाना पड़ेगा। नाना पटोले द्वारा अमिताभ बच्चन और अक्षय कुमार पर दिए बयानों को लेकर प्रदेश भाजपा नेताओं ने उन्हें जवाब भी दिया। प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि नाना पटोले की भावना और भाषा से कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया है। कांग्रेस का वर्णन करना हो तो उसका चेहरा लोकतंत्र का, आत्मा तानाशाही और कार्यकलाप परिवार सेवा के दिखाई देते हैं। मुनगंटीवार ने कटाक्ष करते हुए कहा कि नाना हमारे मित्र हैं। वह देश में काले कानून लागू होने की बात तो कर रहे हैं, लेकिन यह नहीं बताते कि वह काले कानून हैं कौन से? उनमें से दो कानून तो महाराष्ट्र में भी लागू हैं। नाना इस बारे में कुछ नहीं बोलते। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने नाना के बयान को प्रचार पाने के लिए दिया गया बयान करार दिया। उन्होंने कहा कि कोई किसी को शूटिंग करने से नहीं रोक सकता।
जानें, कौन हैं नाना पटोले
2014 से पहले कांग्रेस के विधायक रहे नाना पटोले ने 2014 का लोकसभा चुनाव गोंदिया से भाजपा के टिकट पर लड़कर राकांपा के दिग्गज नेता प्रफुल्ल पटेल को हराया था। लेकिन वह भाजपा में अधिक समय नहीं टिक सके। अपना कार्यकाल समाप्त होने के पहले ही उन्होंने संसद और भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। 2019 का लोकसभा चुनाव उन्होंने नागपुर से भाजपा के दिग्गज नेता नितिन गडकरी के विरुद्ध लड़ा और हार गए। लेकिन 2019 का विधानसभा चुनाव अपने परंपरागत साखोली क्षेत्र से लड़कर वह जीते और महाअघाड़ी सरकार में विधानसभा अध्यक्ष बनाए गए। हाल ही में उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। उसके बाद उन्हें महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई है। माना जा रहा है कि इस पद पर अपनी पहचान बनाने के लिए ही वह इस प्रकार के बयान दे रहे हैं।