Maharashtra: उद्धव ठाकरे ने भाजपा और आरएसएस पर साधा निशाना, कहा-सिर्फ 'भारत माता की जय' का नारा लगाना देशभक्ति नहीं
Maharashtra महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा नहीं थी और न ही आपका आरएसएस था। उनके मुताबिक सिर्फ भारत माता की जय का नारा लगाने से आप (भाजपा) देशभक्त नहीं बन जाते।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र विधानसभा में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर जमकर निशाना साधा। सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा नहीं थी और न ही आपका आरएसएस था। उनके मुताबिक, सिर्फ 'भारत माता की जय' का नारा लगाने से आप (भाजपा) देशभक्त नहीं बन जाते। मोटेरा स्टेडियम का नाम बदलने पर उद्धव ने कहा कि हमें लगता है कि अब हम कोई मैच नहीं हारेंगे। क्योंकि स्टेडियम (मोटेरा) का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम कर दिया गया है। हमने छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर हवाई अड्डे का नाम रखा है, लेकिन उन्होंने सरदार पटेल स्टेडियम का नाम बदल दिया है। हमें आपसे हिंदुत्व सीखना है।
उद्धव के मुताबिक, वहां किसान मुश्किल में हैं। उनकी बिजली और पानी की आपूर्ति काट दी गई है और उनके रास्ते में कीलें लगाई गई हैं। लेकिन वे चीन को देखते ही भाग जाते हैं। अगर चीन या बांग्लादेश के साथ सीमाओं पर इस तरह की तैयारी की गई, तो घुसपैठ नहीं होगी। इधर, उद्धव की टिप्पणी पर महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री यह नहीं जानते कि आरएसएस के संस्थापक हेडगेवार भी एक स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने की चीन वाली टिप्पणी पर कहा कि यह हमारे सैनिकों का अपमान है। हमारे सैनिकों ने 30 डिग्री सेल्सियस तापमान पर चीनी का सामना किया। मैं उनके बयान की निंदा करता हूं।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार और राज्यपाल के बीच तनाव की खबरों के बीच सोमवार को विधानमंडल के संयुक्त सदन को संबोधित करते हुए राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने केंद्र सरकार पर राज्य के बकाया जीएसटी की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि यह राशि मिल जाए तो राज्य को आíथक संकट से राहत मिल सकती है।राज्यपाल ने कहा कि केंद्र सरकार के पास महाराष्ट्र के वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के 46,950 करोड़ रुपये बकाया हैं। जबकि केंद्र सरकार ने फरवरी, 2021 के अंत तक राज्य को 6,140 करोड़ रुपये ही दिए हैं। कोविड-19 के कारण राज्य की अर्थव्यवस्था खराब हुई है। राज्य 3,47,456 रुपयों का अपना टैक्स वसूली का लक्ष्य भी पूरा नहीं कर पाया है। टैक्स के जरिये सिर्फ 1,88,542 रुपये ही आ सके हैं।