Video: महाराष्ट्र के अहमदनगर में आर्टिलरी गन सिस्टम का भारतीय सेना ने किया ट्रायल
DRDO मेड इन इंडिया होवित्जर एडवांस्ड टेड आर्टिलरी गन सिस्टम का ट्रायल किया गया। डीआरडीओ द्वारा विकसित की गई इस बंदूक को भारतीय सेना की जरूरत को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। इसकी मारक क्षमता लगभग 50 किलोमीटर की लंबी दूरी है।
मुंबई, एएनआइ। DRDO: दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए महाराष्ट्र के अहमदनगर में रविवार को मेड इन इंडिया होवित्जर एडवांस्ड टेड आर्टिलरी गन सिस्टम का ट्रायल किया गया। डीआरडीओ द्वारा विकसित की गई इस बंदूक को भारतीय सेना की जरूरत को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। इसकी मारक क्षमता लगभग 50 किलोमीटर है। सेना इससे दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देगी। गौरतलब है कि इससे पहले चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी तनाव के बीच भारतीय वायुसेना ने चीनी वायुसेना के संभावित खतरों से निपटने के लिए कमर कसी है। इसीलिए वायुसेना ने दस स्वदेशी आकाश मिसाइलों का सफल परीक्षण किया था।
#WATCH Made in India Howitzer Advanced Towed Artillery Gun System undergoing trials in Ahmednagar, Maharashtra. Developed by the DRDO, the gun is being readied for the Indian Army requirements and has a striking range of around 50 kms pic.twitter.com/mGmzkZvmyR
— ANI (@ANI) December 6, 2020
आकाश की मारक क्षमता को परखने के लिए भारतीय वायुक्षेत्र में 'दु्श्मन' के विमानों को दस अलग तरीकों से मार गिराया गया। सरकार के सूत्रों के मुताबिक, भारतीय वायु सेना ने सैन्य अभ्यास के दौरान आकाश मिसाइलों और कंधे से हवा में मार करने वाली इग्ला मिसाइलों का सफल परीक्षण किया। विगत हफ्ते इन दस मिसाइलों का परीक्षण आंध्र प्रदेश के सूर्यलंका परीक्षण रेंज में किया गया। लक्ष्य पर दागी गई सभी आकाश मिसाइलों ने सीधा और सटीक प्रहार किया। लड़ाई के दौरान दुश्मन के विमानों को मार गिराने के लिए ये मिसाइलें संयुक्त गाइडेड हथियारों से लैस हैं।
इस मिसाइल को हाल ही में अपग्रेड किया गया है। अब यह मिसाइलें पहले के मुकाबले अधिक आसानी से दुश्मनों को निशाना बना सकेंगीं। डीआरडीओ लगातार इस दिशा में काम कर रहा है कि आकाश मिसाइलें और भी ऊंचे अक्षांशों में सफलता से लक्ष्यों को भेदें। यह मिसाइलें चीन के पांचवीं पीढ़ी के जे-20 युद्धक विमानों को मार गिराने में सक्षम हैं। यहां तक कि यह दुश्मन के रेडिएशन रोधी मिसाइलों से लैस विमानों को भी मार गिराने में सक्षम है।