Fire In Maharashtra: महाराष्ट्र में ठाणे के प्राइम क्रिटिकेअर हॉस्पिटल में लगी आग, चार मरीजों की मौत
ठाणे शहर के मुंबरा में प्राइम क्रिटिकेयर अस्पताल में आग लगने से 4 मरीज़ों की मौत हो गई। आग सुबह अस्पताल की पहली मंजिल पर लगी। आग लगने के बाद मरीजों को दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जाने लगा इस दौरान चार मरीजों की मौत हो गई।
मुंबई, एजेंसी। महाराष्ट्र के ठाणे शहर के मुंबरा में प्राइम क्रिटिकेयर अस्पताल में बुधवार को आग लगने से 4 मरीज़ों की मौत हो गई। आग सुबह अस्पताल की पहली मंजिल पर लगी। आग लगने के बाद मरीजों को दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जाने लगा, इस दौरान चार मरीजों की मौत हो गई। दमकल की गाड़ियां फिलहाल मौके पर मौजूद हैं और आग बुझाने का काम जारी है।
जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के अस्पतालों में आग लगने का सिलसिला थम नहीं रहा है। ठाणे के एक अस्पताल में बुधवार तड़के संभवतः शार्ट सर्किट से लगी आग में चार मरीजों की मौत हो गई। पांच दिन पहले पालघर के विरार उपनगर में भी एक कोविड अस्पताल में लगी आग में 15 लोग मारे गए थे।
ठाणे के मुंब्रा-कौसा स्थित प्राइम क्रिटिकेयर अस्पताल में आज तड़के 3.40 बजे आग भड़क उठी। आग की चपेट में आने के बाद अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित करते हुए चार मरीजों की मृत्यु हो गई। अधिकारियों का कहना है कि ये मरीज जलने से नहीं, बल्कि आग के धुएं से दम घुटने के कारण मारे गए हैं। आग लगने के तुरंत बाद दमकल विभाग की कई गाड़ियां एवं पांच एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंच गई थीं। एक इमारत की पहली मंजिल पर चलनेवाले इस अस्पताल में आग लगने के समय कुल 20 मरीज भर्ती थे। इनमें से छह आईसीयू में थे। महाराष्ट्र सरकार के एक मंत्री जीतेंद्र आह्वाड के अनुसार आग लगने से इमारत की पहली मंजिल पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपए एवं घायलों को एक लाख रुपए मदद की घोषणा की है।
इस अग्निकांड के बाद राज्य सरकार एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर है। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा है कि ठाणे में यह तीन दिन में अस्पताल में घटी तीसरी घटना है। मंगलवार रात सात आईसीयू के मरीजों को आक्सीजन की कमी के कारण दिया हास्पिटल भेजा गया। उससे पहले ठाणे के ही वेदांता अस्पताल में छह कोविड मरीजों की आक्सीजन की कमी के कारण मृत्यु हो गई थी। और अब प्राइम क्रिटीकेयर अस्पताल में आग लगने से चार मरीज मारे गए। दो मरीज वहां गंभीर स्थिति में हैं। इससे पहले विरार के कोविड अस्पताल में आग लगने एवं नासिक के डॉ.जाकिर हुसैन अस्पताल में आक्सीजन का प्रवाह टूटने से 25 मरीजों की मौत हो चुकी है।