Maharashtra: रायगढ़ में ट्रक की चपेट में आने से चार लोगों की मौत, तीन घायल
Maharashtra रायगढ़ जिले में मुरुद-रोहा रोड पर सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए। सालव में एक फैक्ट्री से कुछ सामग्री ले जा रहे एक ट्रक ने चेहर और आमली गांवों के पास लोगों को टक्कर मार दी।
अलीबाग, प्रेट्र। Maharashtra: महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में मुरुद-रोहा रोड पर सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने गुरुवार को बताया कि यह हादसा बुधवार शाम करीब 7.30 बजे हुआ। सालव में एक फैक्ट्री से कुछ सामग्री ले जा रहे एक ट्रक ने चेहर और आमली गांवों के पास तीन लोगों को टक्कर मार दी। इसके बाद वाहन बिना रुके आगे बढ़ गया और गांव के पास एक दोपहिया वाहन से टकरा गया। इस वाहन पर एक ही परिवार के तीन लोग सवार थे। हादसे में प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक लक्ष्मण बाबू ढेबे (42), उनकी पत्नी रमेश्वरी (38) और 13 वर्षीय बेटे रोहित की मौके पर ही मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि ट्रक ने लगभग 400 मीटर तक दोपहिया वाहन को घसीट कर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद ट्रक चालक ने चेहर गांव के पास उदय महादेव वाकडे (65) को टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। अधिकारियों ने कहा कि प्रयासों के बावजूद स्थानीय लोग वाहन को नहीं रोक पाए। बाद में चंदगांव में लोगों ने वाहन को रोक दिया चालक मोहम्मद तातिफ़ खान (33) को पुलिस को सौंप दिया। हादसे में घायल तीन लोगों का रोहा के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। रेवदांदा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि अक्टूबर, 2020 में वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे के पास अंधेरी गुंदावली बस स्टॉप पर अनियंत्रित क्रेन के मेट्रो के खंभे से टकरा जाने से एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई और दो अन्य लोग बुरी तरह से घायल हो गए। बस स्टॉप पर खड़ी ये महिला क्रेन के पिछले पहिये के नीचे फंस गई थी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई जबकि क्रेन की चपेट में आए अन्य दो लोगों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है। बीते शुक्रवार को टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर धौन-स्वांला के बीच क्रेन की चपेट में आने से एक कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। बताया गया कि ये घटना क्रेन का ब्रेक फेल होने के कारण हुई थी। गनीमत ये रही कि सड़क के किनारे मिट्टी होने से कार खाई में जाने से बच गई। कार में अनुदेशक कमलेश कुमार के परिवार के कुल पांच सदस्य सवार थे।