Move to Jagran APP

मुंबई के एंटाप हिल में मकान ढहा, नौ लोगों को बचाया गया; कूलिंग ऑपरेशन अभी जारी

Fire in Furniture Godown Pune मुंबई के एंटाप हिल इलाके में एक मकान ढह गया। वहीं पुणे के पिसोली इलाके में एक फर्नीचर गोदाम में आग लगने से सारा सामना जलकर राख हो गया। दमकल विभाग के अनुसार आग पर काबू पा लिया गया है। कूलिंग ऑपरेशन अभी जारी है।

By Babita KashyapEdited By: Published: Tue, 09 Nov 2021 08:51 AM (IST)Updated: Tue, 09 Nov 2021 10:37 AM (IST)
मुंबई के एंटाप हिल में मकान ढहा, नौ लोगों को बचाया गया; कूलिंग ऑपरेशन अभी जारी
मुंबई के एंटाप हिल इलाके में एक मकान ढह गया

मुंबई, एएनआइ | मुंबई के एंटाप हिल इलाके में एक मकान ढह गया। इस घटना में नौ लोगों को बचाया गया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बारे में दमकल विभाग को सूचित कर दिया गया है दमकल की चार वाहन मौके पर पहुंच गए हैं। इस बारे में अभी अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है

loksabha election banner

पुणे में फर्नीचर गोदाम में लगी भीषण आग पर काबू, कूलिंग ऑपरेशन जारी

महाराष्ट्र में पुणे के पिसोली इलाके में एक फर्नीचर गोदाम में आग लग गई। दमकल विभाग से मिली जानकारी के अनुसार घटना मंगलवार तड़के 3 बजकर 30 मिनट के आसपास हुई, आग की सूचना मिलते ही दमकल के चार वाहन मौके पर पहुंच गए। हालांकि सुबह करीब 6 बजकर 30 मिनट पर आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया लेकिन गोदाम का सारा सामान जलकर खाक हो गया। इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। घटनास्‍थल पर कूलिंग ऑपरेशन अभी भी जारी है।

गौरतलब है कि बीतेे शनिवार सुबह महाराष्ट्र के अहमदनगर शहर में जिला सरकारी अस्पताल की एक गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में आग लगने से 11 कोरोना संक्रमित रोगियों, जिनमें से अधिकांश बुजुर्ग थे, की मौत हो गई थी। जिस आईसीयू में आग लगी थी, उस समय आईसीयू में 17 मरीज थे। जबकि छह को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया, जबकि 11 मरीजों की दम घुटने से मौत हो गई। अस्पताल पहुंचे राज्य के मंत्रियों ने कहा कि उन्हें अस्पताल प्रशासन ने बताया कि आग शॉर्ट-सर्किट से लगी थी।

आग सुबह करीब साढ़े दस बजे आईसीयू में लगी। उस वक्त वहां सिर्फ तीन कर्मचारी मौजूद थे। जब उन्होंने आग देखी और अलार्म बजाया, तो दूसरे वार्ड के कर्मचारी दौड़ पड़े और मरीजों को आईसीयू से बाहर निकालने में उनकी मदद की। “आग लगने के कुछ ही मिनटों के भीतर, वार्ड में धुंआ फैल गया। हममें से कुछ ने अग्निशामक यंत्रों का उपयोग करने की कोशिश की, लेकिन चूंकि धुआं वार्ड में घुस गया था, हमारे पास मरीजों को वार्ड से बाहर निकालने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। हम उन्हें वार्ड से बाहर निकालने में सफल रहे, लेकिन पाया कि उनमें से कुछ की मौत हो गई थी, क्योंकि बिजली बाधित होने से वेंटिलेटर पर ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद हो गई थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.