किसानों का दर्द देख भावुक हुए नाना कहा, उन्हें मानसिक सहयोग की है जरूरत
पिंपरी-चिंचवाड़ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान अभिनेता नाना पाटेकर ने किसानों के मुद़दे पर चिंता जताते हुए कहा कि उन्हें आर्थिक मदद के साथ-साथ मानसिक सहयोग की जरूरत है।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र के पिंपरी-चिंचवाड़ में आयोजित एक कार्यक्रम में नाना पाटेकर ने किसानों के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा, राज्य के किसान भिखारी नहीं है। गंभीर स्थिति से बचने के लिए उन्हें आर्थिक मदद के साथ-साथ मानसिक सहयोग की जरूरत है। उल्लेखनीय है कि फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर ने वर्ष 2015 में मराठवाड़ा और लातूर के सूखाग्रस्त किसानों की मदद करने के लिए 100 किसान परिवारों को 15-15 हजार के चेक वितरित किये थे।
नाना पाटेकर ने कहा कि देश का औसत नागरिक हमेशा सुनता है और सहन करता है लेकिन सवाल नहीं पूछता है। हालांकि, उन्हें चुप नहीं रहना चाहिए। उसे राजनेताओं से सवाल पूछना चाहिए। अगर हम उन्हें वोट देते हैं, तो हमें उनसे सवाल पूछने का भी अधिकार है। पांच साल बाद किसी को वोट देने का अधिकार मिलता है।
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