Money Laundering Case: ईडी ने एकनाथ खडसे की 5.73 करोड़ की संपत्ति जब्त की
Money Laundering Case मनी लांड्रिंग के मामले में ईडी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता एकनाथ खडसे की 5.73 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। इसके अलावा एक बैंक खाता भी सील किया गया है जिसमें 86 लाख रुपये जमा हैं।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लांड्रिंग के मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता एकनाथ खडसे की 5.73 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। इसके अलावा एक बैंक खाता भी सील किया गया है, जिसमें 86 लाख रुपये जमा हैं। एकनाथ खडसे पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे हैं, लेकिन कुछ माह पहले वह भाजपा छोड़ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं। भाजपा सरकार में मंत्री रहते हुए ही उन पर ये मामले दर्ज हुए थे। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने 2017 में खडसे, उनकी पत्नी मंदाकिनी व दामाद गिरीश चौधरी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की थी। आरोप था कि खडसे ने पुणे के भोसरी स्थित एमआइडीसी का एक भूखंड 3.75 करोड़ रुपये में खरीदा। जबकि इसकी वास्तविक कीमत 31 करोड़ थी।
प्रवर्तन निदेशालय का आरोप है कि यह भूखंड गिरीश चौधरी के नाम पर खरीदा गया और इसके लिए पैसा पांच फर्जी कंपनियों के जरिए स्थानांतरित किया गया। ईडी का आरोप है कि खडसे ने राज्य में राजस्व मंत्री रहते हुए इस भूखंड की खरीद में अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर हेरफेर करवाई। जिसके कारण सरकारी खजाने को 61.25 करोड़ रुपयों का नुकसान उठाना पड़ा। ईडी ने इसी वर्ष अक्टूबर में खडसे, उनकी पत्नी, उनके दामाद व एक अन्य व्यक्ति अब्बास उकानी के विरुद्ध इनफोर्समेंट केस इनफारमेशन रिपोर्ट (इसीआइआर) दर्ज की थी। इस भूखंड का असली मालिक अब्बास उकानी ही था।
इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता एकनाथ खडसे के दामाद गिरीश चौधरी को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया था। उनकी गिरफ्तारी पीएमएलए एक्ट की धाराओं के तहत पुणे के एक जमीन घोटाले मामले में हुई है। यह मामला उस समय का है, जब खडसे भाजपा की देवेंद्र फडणवीस सरकार में राजस्व मंत्री थे। ईडी के अधिकारियों के अनुसार, गिरीश चौधरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। देर शाम तक चली करीब 13 घंटे पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। एकनाथ खडसे भाजपा के वरिष्ठ ओबीसी नेता रहे हैं। उन्हें स्वर्गीय गोपीनाथ मुंडे का करीबी माना जाता है। फडणवीस सरकार में भी वह करीब दो साल राजस्व मंत्री रहे हैं। उसी दौरान उन पर पुणे के भोसरी क्षेत्र स्थित महाराष्ट्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कार्पोरेशन (एमआईडीसी) का एक भूखंड खरीदने के मामले में उन पर अनियमितता का आरोप लगा था। इस मामले में हेमंत गावंडे नामक व्यक्ति ने खडसे पर सरकारी खजाने को लूटने का आरोप लगाया था। 2017 में खडसे के साथ-साथ उनकी पत्नी मंदाकिनी, दामाद गिरीश चौधरी व जमीन के मालिक अब्बास अकानी के विरुद्ध महाराष्ट्र की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने मामला दर्ज किया था।