Sanitizer: शराब नहीं मिली तो सैनिटाइजर पी लिया, सात लोगों की गई जान
Maharashtra शराब नहीं मिलने पर सैनिटाइजर पीने से सात लोगों की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। वे सभी मजदूर थे उन्हें शराब नहीं मिल रही थी तो सैनिटाइजर पी लिया।
मुंबई, एएनआइ। Maharashtra: महाराष्ट्र में यवतमाल के वानी में शनिवार को शराब नहीं मिलने पर सैनिटाइजर पीने से सात लोगों की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। वे सभी मजदूर थे, उन्हें शराब नहीं मिल रही थी तो सैनिटाइजर पी लिया। अभी तक मारे गए लोगों की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने इस संबंध में आसपास के लोगों से भी पूछताछ की है। इस मामले के हर पहलू की पुलिस जांच कर रही है। शीघ्र ही इस मामले में बड़े खुलासे की उम्मीद है। गौरतलब है कि इन दिनों कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण शराब की दुकानें बंद हैं। महाराष्ट्र में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। कई जिलों में नित नए मामले सामने आ रहे हैं।
इधर, महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 66836 नए मामले सामने आए, 74045 रिकवर हुए और 773 मौतें हुई हैं। सक्रिय मामले 6,91,851 हैं। कुल मामले 41,61,676। कुल 34,04,792 रिकवर हुए। कोरोना से 63,252 की मौत हुई है। इधर, मुंबई में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 7221 नए मामले सामने आए, 9541 रिकवर हुए और 72 मौतें हुईं हैं। वहीं, नागपुर जिले में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 7485 नए मामले सामने आए, 6531 रिकवर हुए और 82 मौतें हुईं हैं। कुल मामले 3,58,418 हैं। कुल 2,78,302 रिकवर हुए। कोरोना से 6767 की मौत हुई है। सक्रिय मामले 73,349 हैं। प्रदेश के कई जिलों में कोरोना के नित नए मामले सामने आ रहे हैं।
इस बीच, पुणे जिले में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 9810 नए मामले सामने आए, 137 की मौत हुई और 10310 रिकवर हुए। सक्रिय मामले 1,01,279 हैं। कुल मामले 7,73,004 हैं। कुल 6,59,875 रिकवर हुए। कोरोना से 12,019 की मौत हो चुकी है। इधर, सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड के दाम को लेकर महाराष्ट्र के सत्ता पक्ष एवं विपक्ष में रार छिड़ गई है। केंद्र सरकार के लिए कोविशील्ड के दाम कम व राज्यों के लिए ज्यादा रखे जाने पर राकांपा व कांग्रेस ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने सवाल उठाया है कि सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा उत्पादित कोविशील्ड वैक्सीन केंद्र सरकार को 150 रुपये में, जबकि राज्य सरकारों को 400 रुपये में क्यों दी जा रही है? खुले बाजार में इसकी कीमत 600 रुपये प्रति खुराक निर्धारित की गई है।