Maharashtra Politics: उद्धव ठाकरे के वार पर देवेंद्र फडणवीस का पलटवार, कहा-महा विकास अघाड़ी सरकार सबसे भ्रष्ट
Maharashtra Politics देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी सरकार को अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार बताते हुए कहा है कि शिवसेना ने 2019 में मिले जनादेश को धोखा दिया है। फड़नवीस ने उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने राज्य की सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी सरकार को अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार बताते हुए कहा है कि शिवसेना ने 2019 में मिले जनादेश को धोखा दिया है। फडणवीस ने यह बात दशहरा रैली में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा कही गई बातों का जवाब देते हुए शनिवार को कही। उद्धव ने शिवसेना की परंपरागत दशहरा रैली को संबोधित करते हुए शुक्रवार को कहा था कि केंद्र सरकार ईडी, सीबीआइ और आयकर विभाग जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। फडणवीस ने इसका जवाब देते हुए कहा कि जब तक राज्य में भ्रष्टाचार चलता रहेगा, तब तक यहां केंद्रीय एजेंसियां जांच के लिए आती रहेंगी। उन्होंने शिवसेनानीत महाविकास अघाड़ी सरकार को अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार करार देते हुए कहा कि महाविकास अघाड़ी के मंत्रियों के पास वसूली में शामिल होने का साफ्टवेयर है। हर तरफ बड़े पैमाने पर दलाली चल रही है।
शिवसेना ने किया जनादेश का अपमान
फडणवीस ने कहा कि यदि वास्तव में केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा होता, तो अब तक महाविकास अघाड़ी सरकार के आधे मंत्री जेल में होते। मुख्यमंत्री ठाकरे ने रैली में अपने शिवसैनिकों को बंगाल से सीखने की सलाह दी थी। इस पर टिप्पणी करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने सवाल किया कि क्या वे महाराष्ट्र को भी कानून-व्यवस्था रहित राज्य बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा यहां ऐसा कदापि नहीं होने देगी। उद्धव ठाकरे ने भाजपा को महाविकास अघाड़ी सरकार गिराने की चुनौती भी दी थी। इसका जवाब देते हुए फडणवीस ने कहा कि हमें यह सरकार गिराने की जरूरत ही नहीं। यह सरकार अपने आप गिर जाएगी। उद्धव के इस कथन पर कि राज्य की जनता ने भाजपा को नकार दिया है, फडणवीस ने कहा कि राज्य की जनता ने भाजपा को नहीं, बल्कि कांग्रेस और राकांपा को नकारा था। उसने शिवसेना को भी सिर्फ पास होने लायक नंबर दिए थे। जबकि भाजपा को उसके द्वारा लड़ी गई सीटों में से 70 फीसद पर चुना था, लेकिन शिवसेना ने चुनाव के बाद कांग्रेस-राकांपा के साथ सरकार बनाकर जनादेश का अपमान किया है।