मुंबई में लाकडाउन प्रतिबंधों में छूट के आसार, जल्द निर्णय ले सकती है सरकार
Mumbai lockdown restrictions मुंबई में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी दर्ज की जा रही है ऐसे में सरकार लाकडाउन प्रतिबंधों में ढील देने के बारे में सोच रही है। इसे लेकर मुंबई उपनगरों के संरक्षक मंत्री आदित्य ठाकरे ने समीक्षा बैठक भी की।

मुंबई, मिड-डे। मुंबई में जैसे-जैसे कोरोना संक्रमण के मामले घट रहे हैं, एक सप्ताह के भीतर लाकडाउन प्रतिबंधों में ढील दी जा सकती है। अगले एक सप्ताह में शहर के स्कूल फिर से खोले जा सकते हैं। राज्य में जैसे ही दैनिक मामले 20,000 से अधिक होने लगे और सक्रिय मामले एक लाख को पार कर गए, राज्य सरकार ने 8 जनवरी को रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक रात का कर्फ्यू लगा दिया। सरकार ने पांच या अधिक के समूहों में लोगों की आवाजाही पर भी रोक लगा दी है। यहां तक कि डेढ़ साल बाद शुरू हुए स्कूलों को भी 15 फरवरी तक बंद रखने को कहा गया। लेकिन अब शहर में मामलों में लगातार गिरावट आ रही है। बुधवार को शहर में 6000 मामले सामने आए और सक्रिय मामले 40,000 से नीचे आ गए। बीएमसी को लगता है कि पीक 7 जनवरी के आसपास थी और अब लहर कम हो रही है। इसलिए प्रशासन अगले सप्ताह तक कुछ पाबंदियों में ढील देने के पक्ष में है।
आदित्य ठाकरे ने की समीक्षा बैठक
मुंबई उपनगरों के संरक्षक मंत्री आदित्य ठाकरे ने बुधवार को समीक्षा बैठक के बाद एक ट्वीट किया, 'उन्होंने लिखा बीएमसी और राज्य टास्क फोर्स के विशेषज्ञों के साथ एक समीक्षा बैठक में, हमने 15 से 18 वर्ष के लिए टीकाकरण की स्थिति को लेकर समीक्षा की जिससे शैक्षणिक संस्थानों को खोलने का निर्णय लिया जा सके। कोरोना संक्रमण के घट रहे मामलों को देखते हुए ये फैसला जल्द लिया जा सकता है।'
इन प्रतिबंधों में भी मिल सकती है ढील
बीएमसी के कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने कहा, "अगर शहर में गिरावट का सिलसिला जारी रहा, तो हम सरकार के साथ कुछ अन्य प्रतिबंधों में भी ढील देने की कोशिश करेंगे।" अन्य प्रतिबंध जिनमें विवाह या सामाजिक और अन्य समारोहों में अधिकतम 50 लोगों की अनुमति है, पार्क, चिड़ियाघर, संग्रहालय और किले बंद हैं। स्विमिंग पूल, जिम, स्पा, शापिंग माल और बाजारों को 50 प्रतिशत क्षमता पर खोलने और रात 10 बजे से सुबह 8 बजे के बीच बंद रहने की अनुमति है। रेस्तरां भी रात 10 बजे तक 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही खुल रहे हैं।
Edited By Babita Kashyap