Terror Funding Case: दाऊद इब्राहिम के करीबी को महाराष्ट्र ATS ने किया गिरफ्तार, टेरर फंडिंग मामले में था पुलिस के रडार पर
Terror Funding Case आतंकी वित्तपोषण मामले में भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के सहयोगी परवेज जुबेर वैद मेमन को एटीएस की कालाचौकी इकाई के अधिकारियों ने उपनगरीय वर्सोवा स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया। मेमन अनीस के साथ राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल था।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। Terror Funding Case: महाराष्ट्र पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने मुंबई के वर्सोवा उपनगर से टेरर फंडिंग मामले में भगोड़े माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम गैंग के एक व्यक्ति परवेज जुबेर वैद मेमन (47) को गिरफ्तार किया है। एटीएस सूत्रों के अनुसार, उसने स्वीकार किया है कि वह नशीले पदार्थो और अन्य अवैध कारोबार से प्राप्त धन आतंकी गतिविधियों में लगे प्रतिबंधित संगठनों को उपलब्ध कराता रहा है।
ड्रग्स और अन्य अवैध कारोबार में लिप्तता को किया स्वीकार
महाराष्ट्र एटीएस ने बुधवार को दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम और अन्य के खिलाफ भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के आरोप में आइपीसी की धारा 121(ए) तथा गैरकानूनी गतिविधियां निरोधक कानून (यूएपीए) की धारा 17 व 18 के तहत एफआइआर दर्ज की थी। इसी मामले में गुरुवार को अनीस के एक साथी परवेज जुबेर मेमन को गिरफ्तार कर लिया गया। जुबेर की भूमिका का पता प्रारंभिक जांच के दौरान चला। सूत्रों के अनुसार जुबेर ने स्वीकार किया है कि वह ड्रग्स के कारोबार में लिप्त था और एमडीएमए, केटामाइन व एलएसडी जैसे नशीले पदार्थ का कारोबार करता था। इस प्रकार ड्रग्स के कारोबार से प्राप्त धन आतंकी गतिविधियों में लगे प्रतिबंधित संगठनों को उपलब्ध कराया जाता था।
प्रतिबंधित आतंकी संगठनों को उपलब्ध कराता था धन
मूलत: मुंबई के धारावी का रहने वाला मेमन 1990 के दौरान हफ्ता वसूली सहित कई और संगीन मामलों में लिप्त था। बाद में वह मुंबई पुलिस से बचने के लिए दुबई जाकर रहने लगा। वह बीच-बीच में मुंबई आता रहता था और यहां कई संपत्तियां भी खरीद ली थीं। परवेज को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, उसका दावा है कि वह आयात-निर्यात का कारोबार करता था और फिल्म लेखक व निर्माता के तौर पर फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा रहा है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र एटीएस ने इससे पहले जम्मू-कश्मीर से एक और संदिग्ध को धन और भर्ती में उसकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया था। संदिग्ध आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलइटी) के लिए फंड और भर्ती में सक्रिय भूमिका निभाता था। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान युसूफ के रूप में हुई है। उसने कथित तौर पर आरोपित जुनैद मोहम्मद को फंड ट्रांसफर किया था।