Sushant Singh Rajput Case: सुशांत मामले में शुरू हुई सीबीआइ जांच, स्टाफ से पूछताछ
Sushant Singh Rajput Case सुशांत मामले में सीबीआइ ने मुंबई में अपनी जांच शुरू कर दी है। उसे मुंबई पुलिस से इस मामले की जांच से संबंधित सभी दस्तावेज मिल गए हैं।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। Sushant Singh Rajput Case: बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में सीबीआइ ने मुंबई में अपनी जांच शुरू कर दी है। उसे मुंबई पुलिस से इस प्रकरण की जांच से संबंधित सभी दस्तावेज व वस्तुएं प्राप्त हो गई हैं। सीबीआइ की एक टीम ने शुक्रवार को घटनास्थल का मुआयना किया और दो अलग-अलग टीमों ने सुशांत के घर पर काम करनेवाले दो लोगों के बयान भी दर्ज किए। गुरुवार शाम मुंबई पहुंची सीबीआइ की 15 सदस्यी टीम ने शुक्रवार सुबह से ही सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में जांच शुरू कर दी। एसपी रैंक की अधिकारी नूपुर प्रसाद के नेतृत्व में सीबीआइ की एक टीम सुबह बांद्रा पुलिस स्टेशन पहुंची, जहां पुलिस उपायुक्त, जोन-9 अभिषेक त्रिमुखे की उपस्थिति में बांद्रा पुलिस ने सुशांत मामले की जांच से संबंधित सभी दस्तावेज सीबीआई टीम को सौंपे।
इसमें सुशांत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट, विसरा रिपोर्ट, ऑटोप्सी रिपोर्ट, फोरेंसिक रिपोर्ट, लैपटॉप, तीन मोबाइल, इन तीनों मोबाइलों पर हुई बातचीत के विवरण, सुशांत की डायरी, आत्महत्या में इस्तेमाल किया गया हरे कुर्ते का टुकड़ा, मौत के समय पहने हुए वस्त्र, जूस का मग एवं प्लेट इत्यादि शामिल थे। मुंबई पुलिस ने उन 56 लोगों के बयान भी सीबीआइ को सौंप दिए हैं, जिनसे उसने अब तक पूछताछ की है। जरूरत पड़ने पर सीबीआइ इनमें से कुछ लोगों के बयान दुबारा भी दर्ज कर सकती है। बांद्रा पुलिस थाने में ही इस मामले में चर्चित रहे पुलिस उपायुक्त अभिषेक त्रिमुखे से भी सीबीआइ टीम की बात हुई।
इसी दौरान सीबीआइ की एक टीम ने सांताक्रूज स्थित डीआरडीओ-एयर फोर्स गेस्ट हाउस में केशव के घर पर काम करने वाले नीरज से पूछताछ शुरू की और दूसरी टीम सुशांत के हाउस मैनेजर रहे सैमुअल मिरांडा से पूछताछ करने मरोल गई। सीबीआइ की टीम डीआरडीओ-एयरफोर्स गेस्टहाउस में ही ठहरी हुई है। नीरज और मिरांडा से सीबीआइ की यह पूछताछ चार घंटे से अधिक चली। शाम को करीब पांच बजे सीबीआइ में शामिल फोरेंसिक टीम के कुछ सदस्य कार्टर रोड स्थित घटनास्थल, अर्थात सुशांत के घर भी गई, लेकिन यह टीम वहां अधिक देर नहीं रुकी। विशेषज्ञों की टीम घटनास्थल जल्दी की घटनास्थल का पुनः दौरा कर सकती है। पता चला है कि सीबीआइ जोन-9 के पूर्व पुलिस उपायुक्त परमजीत दाहिया से भी पूछताछ करेगी। दाहिया वही पुलिस अधिकारी हैं, जिन्हें फरवरी में सुशांत के जीजा ओपी सिंह ने वॉट्सएप संदेश भेजकर सुशांत को खतरे के प्रति आगाह किया था, लेकिन उस समय उनकी बात को महत्त्व नहीं दिया गया था।
सीबीआइ ने अभी सुशांत की मौत के दिन उनके घर में मौजूद रहे व उनके कमरे में सबसे पहले घुसने वाले सिद्धार्थ पीठानी व उनकी महिला मित्र रिया चक्रवर्ती से पूछताछ नहीं की है। माना जा रहा है कि सीबीआइ टीम इस प्रकरण से जुड़े अन्य लोगों से पूछताछ करने के बाद रिया और सिद्धार्थ को पूछताछ के लिए बुलाना चाहती है। पता चला है कि सीबीआइ सुशांत की इमारत में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की भी गहराई से जांच करेगी, ताकि इसमें की गई छेड़छाड़ का पता लगाया जा सके। सीबीआइ की 15 सदस्यीय टीम में डॉक्टर एवं फोरेंसिक विशेषज्ञ भी शामिल हैं। बांद्रा पुलिस से मिली पोस्टमॉर्टम, फोरेंसिक व ऑटोप्सी रिपोर्ट्स का अध्ययन करने के बाद विशेषज्ञों की यह टीम सुशांत के पोस्टमार्टम में शामिल रहे पांच डॉक्टरों से भी बात करेगी। यह टीम मुंबई में रहने वाली सुशांत की बहन मीतू सिंह से भी पूछताछ करेगी। क्योंकि सुशांत की मौत के बाद उसके घर पहुंचने वाली परिवार की पहली सदस्य थीं।
14 जून को हुई सुशांत की मौत के बाद से ही यह मामला चर्चा में है। मुंबई पुलिस द्वारा करीब 40 दिनों तक जांच करने के बावजूद इस मामले में एफआइआर दर्ज नहीं किए जाने पर सुशांत के पिता केके सिंह ने पटना के राजीव नगर थाने में सुशांत की महिला मित्र रिया चक्रवर्ती सहित सात लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। फिर बिहार सरकार ने केके सिंह की मांग पर इस मामले की जांच सीबीआइ को सौंपने का निर्णय किया। 19 अगस्त को सर्वोच्च न्यायालय ने भी इस मामले की जांच सीबीआइ को सौंपते हुए मुंबई पुलिस को उसे सहयोग करने के निर्देश दिए हैं। दूसरी ओर, प्रवर्तन निदेशालय भी धनशोधन अधिनियम के तहत इस मामले की जांच कर रहा है। मुंबई में वह रिया चक्रवर्ती, उसके पिता इंद्रजीत, भाई शौविक, बिजनेस मैनेजर और सीए सहित कुछ और लोगों से लंबी पूछताछ कर चुका है। इसी कड़ी में ईडी ने दिल्ली में सुशांत की बहन प्रियंका से भी पूछताछ की है।