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मराठा आरक्षण शोर के बीच दो महानगरपालिकाओं में भाजपा का डंका

मराठा वर्चस्व का गढ़ समझी जाने वाली पश्चिम महाराष्ट्र की सांगली महानगरपालिका में शुरुआत सेे ही कांग्रेस का शासन रहा है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Fri, 03 Aug 2018 05:55 PM (IST)Updated: Sat, 04 Aug 2018 09:24 AM (IST)
मराठा आरक्षण शोर के बीच दो महानगरपालिकाओं में भाजपा का डंका
मराठा आरक्षण शोर के बीच दो महानगरपालिकाओं में भाजपा का डंका

राज्य ब्यूरो, मुंबई। मराठा आरक्षण आंदोलन के सियासी घमासान के बीच महाराष्ट्र की दो महानगरपालिकाओं में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी जीत का डंका बजा दिया है। सांगली में उसने कांग्रेस-राकांपा गठबंधन को पराभूत किया है, तो जलगांव में सरकार में रहते हुुुए भी लगातार उसका विरोध करती आ रही शिवसेना को।

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मराठा वर्चस्व का गढ़ समझी जाने वाली पश्चिम महाराष्ट्र की सांगली महानगरपालिका में शुरुआत सेे ही कांग्रेस का शासन रहा है। पिछले कार्यकाल में यहां कांग्रेस-राकांपा की मिलीजुली सत्ता रही है। इस बार 78 सीटों वाली महापालिका के लिए हुए चुनाव में भाजपा अब तक 30 सीटें जीतकर सबसे आगे चल रही है। कांग्रेस को अब तक आठ और राकांपा को 11 सीटें ही मिली हैं। उम्मीद है कि भाजपा अपने दम पर ही यहां अपनी सत्ता कायम करने में कामयाब हो जाएगी। सांगली- मिरज- कुपवाड महानगर पालिका चुनाव में करीब 57 प्रतिशत मतदान हुआ था। इन चुनावों में विपक्षी दल कांग्रेस और एनसीपी ने गठबंधन किया था. जबकि सत्तारूढ़ बीजेपी और शिवसेना अलग-अलग चुनाव लड़े थे।

जलगांव महानगर पालिका चुनाव की मतगणना भी जारी है। जलगांव महानगर पालिका की 75 सीटों पर मतदान हुए हैं। अभी तक आए नतीजों के लिहाज से देखें तो जलगांव में 57 सीटों पर भाजपा आगे चल रही है। जबकि शिवसेना 14 सीटों पर आगे चल रही है। पिछले कार्यकाल में यहां शिवसेना की स्थानीय गठबंधन के साथ मिलकर सत्ता थी। अब इस चुनाव में हार शिवसेना के लिए बड़ा झटका साबित हो सकती है।


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