महाराष्ट्र सरकार का बड़ा ऐलान, राज्य में अंतिम वर्ष व अंतिम सेमेस्टर की परीक्षायें रद
कोरोना संकट को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि राज्य में गैर-व्यावसायिक व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा नहीं होंगी।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने गैर व्यावसायिक, व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष, अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित नहीं करने का फैसला किया है।मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) का कहना है कि, वर्तमान माहौल में किसी भी परीक्षा या कक्षाओं का संचालन करना सही नहीं है। विश्वविद्यालयों द्वारा तय किए गए फार्मूले के आधार पर डिग्री प्रदान करने का भी निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर एआईसीटीई, सीओए, पीसीआई, बीसीआई, एनसीटीई और नेशनल काउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट व कैटरिंग टेक्नोलॉजी जैसे राष्ट्रीय स्तर के शीर्ष अधिकारियों को भी निर्देश देने का अनुरोध किया है कि वे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के बारे में राज्य सरकार के फैसले का समर्थन करें और विश्वविद्यालयों को दिशा-निर्देश जारी करें।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कोरोना संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे वीरवार को प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर MD/MS की परीक्षाओं को स्थगित करवाने का भी अनुरोध किया था। राज्य सरकार ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से अनुरोध किया है कि ये परीक्षा दिसंबर 2020 तक तक स्थगित कर दी जाए। बता दें कि राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है, जिसकी वजह से सभी सरकारी डॉक्टर मरीजों की सेवा में दिन-रात लगे हुए हैं। इन सबके बीच मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की तरफ से MD/MS की परीक्षाओं को 30 जुलाई से पहले करवाने का निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कहना है कि इस परीक्षा में शामिल होने वाले अंतिम वर्ष के रेजीडेंट डॉक्टर वर्तमान समय में राज्य के सरकारी व नगर निगम के मेडिकल कॉलेजों में रोगियों का इलाज कर रहे हैं। इन परीक्षाओं का आयोजन यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, नासिक द़वारा किया जाता है।
सीएम उद्धव ठाकरे का पीएम मोदी से अनुरोध, स्थगित करवायी जाएं MD/MS परीक्षा