ईडी के सामने आने से फिर कतरा गए अनिल देशमुख, आडियो या वीडियो माध्यम से बयान दर्ज करने का किया अनुरोध
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख मंगलवार को भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने नहीं पहुंचे। उन्होंने पत्र लिखकर ईडी से आग्रह किया है कि वह उनका बयान आडियो या वीडियो किसी भी माध्यम से दर्ज कर सकता है।मंगलवार सुबह 11 बजे उन्हें ईडी के सामने पेश होना था।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख मंगलवार को भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने नहीं पहुंचे। उन्होंने पत्र लिखकर ईडी से आग्रह किया है कि वह उनका बयान आडियो या वीडियो किसी भी माध्यम से दर्ज कर सकता है।मंगलवार को सुबह 11 बजे उन्हें ईडी के सामने पेश होना था। लेकिन उन्होंने आने के बजाय ईडी को पत्र लिखकर कहा कि मैं 72 वर्ष का बुजुर्ग व्यक्ति हूं। मुझे उच्च रक्तचाप एवं हृदय रोग जैसी कई तरह की बीमारियां हैं। 25 जून को मेरे घर की तलाशी के दौरान मैं लंबा समय पूछताछ के लिए आपको दे चुका हूं। इसलिए कोरोना के इस दौर में मेरा पुन: आ पाना संभव नहीं है। मैं अपने अधिकृत प्रतिनिधि को आपके पास भेज रहा हूं।
कहा, घर की तलाशी के दौरान लंबा समय पूछताछ के लिए दे चुका हूं
बता दें कि देशमुख की ओर से मंगलवार को ईडी कार्यालय में उनके वकील इंद्रपाल सिंह हाजिर हुए। उन्होंने प्रेस से बात करते हुए कहा कि हमने दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए ईडी से एक सप्ताह का समय मांगा है। हमारी सूची अभी पूरी नहीं है। लेकिन हमारे पास जो है, वह हम ईडी के पास जमा करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ईडी के समन में उन्हें बुलाने का कोई ठोस कारण नहीं बताया गया है।
वसूले गए कई करोड़ रुपयों के बारे में पूछताछ करना चाहता है ईडी
ईडी ने पिछले सप्ताह ही देशमुख को पूछताछ के लिए अपने दक्षिण मुंबई कार्यालय बुलाया था। लेकिन तब भी वह और समय मांगकर हाजिर नहीं हुए थे।ईडी अनिल देशमुख से मुंबई के विभिन्न बारों से उनके निर्देश पर वसूले गए कई करोड़ रुपयों के बारे में पूछताछ करना चाहता है। उन पर आरोप है कि उन्होंने महाराष्ट्र का गृह मंत्री रहते हुए पुलिस अधिकारियों को 100 करोड़ रुपये प्रतिमाह वसूली का लक्ष्य दिया था।
हवाला के जरिए एक ट्रस्ट को भेजी गर्इ बड़ी रकम
मुंबई पुलिस से बर्खास्त किए जा चुके एपीआइ सचिन वाझे ने उनके निर्देश पर कई आर्केस्ट्रा बारों से 4.70 करोड़ रुपये वसूले और दो किस्तों में देशमुख के पीए कुंदन शिंदे को दिए। ये पैसे हवाला के जरिये दिल्ली में पंजीकृत 11 कागजी कंपनियों को भेजे गए। इन कंपनियों से 4.18 करोड़ रुपये देशमुख की अध्यक्षता वाले एक ट्रस्ट को दान स्वरूप भेजे गए। ईडी इस लेनदेन की पूरी जानकारी हासिल कर चुकी है।
अनिल देशमुख पर कस सकता है शिकंजा
वह इस मामले में पीएमएलए एक्ट के तहत देशमुख के दो सहयोगियों कुंदन शिंदे एवं संजीव पलांडे की गिरफ्तारी भी कर चुकी है। माना जा रहा है कि इस एक्ट के तहत खुद अनिल देशमुख पर भी ईडी का शिकंजा कस सकता है। इसलिए गिरफ्तारी से बचने के लिए देशमुख ईडी के सामने आने से कतरा रहे हैं।