Aurangabad Train Accident: प्रवासी मजदूरों की मौत पर केंद्र और राज्य सरकार पर भड़कीं मायावती
सभी मजदूर शुक्रवार को औरंगाबाद रेलवे स्टेशन से छूटने वाली विशेष ट्रेन में सवार होने के लिए जालना से रात को रवाना हुए थे।
औरंगाबाद, एएनआइ। शुक्रवार सुबह महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेलवे ट्रैक पर सो रहे प्रवासी मजदूरों के ऊपर से मालगाड़ी गुजरने से बड़ा हादसा हो गया। ये लगो मध्य प्रदेश घर वापस जाने के लिए निकले थे लेकिन रास्ते में थकान के बाद पटरी पर ही आराम के लिए सो गए। इसी दौरान एक मालगाड़ी इनके ऊपर से गुजर गई और हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई जबकि 2 मजदूर घायल हैं।
वहीं बहुजन समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मायावती ने हादसे पर दुख और रोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहना है कि लॉकडाउन में फंसे मजदूरों के साथ केंद्र और राज्य सरकारें अच्छा बर्ताव नहीं कर रही हैं। उन्होंने प्रवासी मजदूरों के हालात पर चिंता जाहिर की है।
बताया जा रहा है कि ये सभी मजदूर शुक्रवार को औरंगाबाद रेलवे स्टेशन से छूटने वाली विशेष ट्रेन में सवार होने के लिए जालाना से रात को रवाना हुए थे। ये लोग रेल की पटरियों पर चलते हुए औरंगाबाद पहुंचना चाह रहे थे लेकिन थकान के कारण ये लोग औज सुबह 4:00 बजे के आसपास आराम के लिए कुछ देर पटरी पर ही सो गए। इसी दौरान पीछे से आए एक इंजन ने इन सभी मजदूरों को अपनी चपेट में ले लिया जिससे 14 की मृत्यु हो गई। इस घटना में दो मजदूर गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं उनका उपचार औरंगाबाद के घाटी मेडिकल अस्पताल में किया जा रहा है। रेलवे ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
ये सभी मजदूर मध्य प्रदेश के उमरिया और शहडोल जिले के रहने वाले थे जो अपने घर वापस लौट रह थे। पुलिस ने बताया की यह हादसा औरंगाबाद के करमद के पास सुबह 5.15 बजे हुआ है जिसमें 14 मजदूरों की मौत हो गई है, जबिक दो अन्य घायल हो गए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
करमाड पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि ये सभी मजदूर जालना से भुसावल की ओर जा रहे थे। सभी मजदूर मध्य प्रदेश अपने घर की तरफ लौट रहे थे। अधिकारी ने आगे बताया कि ये लोग रेलवे ट्रैक के किनारे-किनारे चल रहे थे। इसी दौरान थकान होने पर ये लोग रेलवे ट्रैक पर ही सो गए।
मृतकों के परिवारों को महाराष्ट्र सरकार ने 5-5 लाख रुपये की राहत राशि देने का एलान किया है। महाराष्ट्र मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से कहा गया है, "करमाड (औरंगाबाद) ट्रेन हादसे में मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये की राहत राशि देने की घोषणा की गई है।"गृह मंत्री अमित शाह ने भी प्रभावित परिवारों का सांत्वना दी है। वहीं राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने मजदूरों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है और इसे दिल दहलाने वाली घटना बताई है। उन्होंने कहा, "रेलवे ट्रेक पर सो रहे निर्दोष मजदूरों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत की खबर दिल दहलाने वाली है।"
वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सभी मृतकों के स्वजनों को पांच-पांच लाख रुपय देने की घोषणा की है। वहीं दूसरी तरफ आदिवासी विकास विभाग के मंत्री व स्थानीय विधायक मीना सिंह इन मजदूरों के शव को उमरिया लाने के लिए विशेष प्लेन से औरंगाबाद रवाना हो रही हैं।
गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे पर शोक जताया है। उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र ट्रेन हादसे में गई प्रवासी मजदूरों की मौत पर दुख शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। मैंने रेल मंत्री पीयूष गोयल और केंद्र एवं रेलवे के संबंधित अधिकारियों से मामले में बात की है ताकि हर संभव मदद की जा सके। हादसे में प्रभावित परिवारों के साथ मेरी सांत्वना है।"
पीएम मोदी के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी औरंगाबाद रेल हादसे पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र का औरंगाबाद रेल हादसा अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं। मैं घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की काामना करता हूं।"
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट करके हादसे पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, "राहत कार्य चल रहा है और मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। हादसे में मरे लोगों की आत्मा को भगवान शांति दे।"
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रेल हादसे पर दुख व्यक्त किया था। पीएम मोदी ने कहा था, "महाराष्ट्र के औरंगाबाद में रेल हादसे में जानमाल के नुकसान से बेहद दुखी हूं। रेल मंत्री पीयूष गोयल से बात की है और वह स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।"
रेलवे अधिकारी के मुताबिक घटना दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) के नांदेड़ डिवीजन के जालना और औरंगाबाद के बीच की है। घटनास्थल पर कुछ पुलिस अधिकारी और आरपीएफ पहुंच गई है।
पटरी पर कुछ लोगों को देखकर ड्राइवर ने ट्रेन को रोकने की कोशिश भी की लेकिन शायद ट्रेन इतनी स्पीड में थी को उसे रोक नहीं पाया और यह हादसा हो गया। रेलवे मंत्रालय ने बताया कि सुबह में मालगाड़ी के ड्राइवर ने दूर देख लिया था कि कुछ प्रवासी मजदूर पटरी पर हैं। इस दौरान उसने ट्रेन को रोकने की पूरी कोशिश भी की लेकिन वह असफल रहा और ट्रेन उन लोगों पर चल गई। मत्रालय ने बताया कि घायलों को औरंगाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती कर दिया गया है और इसके साथ ही घटना की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं।