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World Food Day: फूड टूरिज्म का गढ़ बन रहा मध्य प्रदेश का इंदौर, यहां सफाई देखने के लिए देना पड़ता है पैसा

सैर-सपाटा के शौकीन लोग पहाड़ नदी झरने और समंदर के तलबगार होते हैं लेकिन मध्य प्रदेश के मैदानी इलाके में स्थित इंदौर के पास इनमें सेे एक ऐसी बात नहीं थी कि यह देश-दुनिया के लोगों को आकर्षित कर सके। इंदौर ने फूड टूरिज्म और स्वच्छता को आकर्षण बना लिया।

By Vijay KumarEdited By: Published: Fri, 15 Oct 2021 06:59 PM (IST)Updated: Fri, 15 Oct 2021 06:59 PM (IST)
World Food Day: फूड टूरिज्म का गढ़ बन रहा मध्य प्रदेश का इंदौर, यहां सफाई देखने के लिए देना पड़ता है पैसा
रात आठ बजे से मध्‍यरात्रि दो बजे तक सजने वाली सराफा चौपाटी

ईश्वर शर्मा. इंदौर! सैर-सपाटा के शौकीन लोग पहाड़, नदी, झरने और समंदर के तलबगार होते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के मैदानी इलाके में स्थित इंदौर के पास इनमें से एक भी ऐसी बात नहीं थी कि यह देश-दुनिया के लोगों को आकर्षित कर सके। लिहाजा इंदौर ने 'फूड टूरिज्म और 'स्वच्छता को अपना आकर्षण बना लिया। बीते तीन दशक में इस शहर ने खानपान पर इतना काम किया है कि यह देश का 'फूड हब बन गया है। देशभर से ज्योतिर्लिंग महाकाल व ओंकारेश्वर या ऐतिहासिक नगरी महेश्वर व मांडू आने वाले लोग इंदौर के खानपान का लुत्फ उठाने जरूर पहुंचते हैं। इंदौरी जायके के शौकीन और बाजार के ट्रेंड एनालिस्ट अंकित चावड़ा कहते हैं- 'मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर की अर्थव्यवस्था का 30 फीसदी हिस्सा खानपान से आता है।

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फूड को इस तरह टूरिज्म में बदला

इंदौर के नमकीन निर्माताओं ने नमकीन की 100 से अधिक वैरायटियां ईजाद की हैंं। इनमें हर उम्र, हर तरह का स्वाद पसंद करने वाले के हिसाब से स्वाद तय होता है। यहां का पोहा, कचौड़ी, समोसा, भुट्टे का कीस, गराडू, मूंग का हलवा, 10 फ्लेवर की पानी पतासी (फुल्की), दूध की शिकंजी, कोकोनट लस्सी, जोशी का दहीबड़ा, केसरिया दूध, फालूदा केसर कुल्फी से लेकर हर मौसम के हिसाब से खाने की चीजें प्रसिद्ध हैं। यहां चौबीस घंटे के हिसाब से मीनू तय है यानी रात को दो बजे भी गरमागरम नाश्ता या खाना मिलता है। लोग मेहमानों के साथ सपरिवार यहां रात में सजने वाली सराफा चौपाटी पर आकर खाते-पीते रहते हैं। यहां की 'नाइट लाइफ का मतलब भी खानपान ही है।

स्वच्छता ने भी बढ़ाया पर्यटन, सफाई देखने के लिए देना पड़ता है पैसा

यह गौरव पूरे भारत में सिर्फ इंदौर को हासिल है कि यहां स्वच्छता ने पर्यटन बढ़ा दिया है। आपको यह सुनकर हैरत होगी कि महाकाल दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु अब इंदौर की साफ-सफाई देखने यहां आते हैं। इंदौर नगर निगम तो दूसरे शहरों से यहां का 'स्वच्छता मॉडल देखने आने वाले अधिकारियों या नगरीय निकायों के दल से बाकायदा साफ-सफाई दिखाने का चार्ज वसूलता है और वे दल खुशी-खुशी देते भी हैंं।

इंदौर ने खुद को बनाया 'संपूर्ण पर्यटन पैकेज'

इंदौर देश के आम शहरों की तरह ही था, मगर इसने बीते कुछ दशकों में गजब की रणनीति व कठोर परिश्रम के साथ खुद को 'संपूर्ण पर्यटन पैकेज' में बदल लिया है। इंदौर के 100 किमी के दायरे में ज्योतिर्लिंग महाकाल व ओंकारेश्वर,शक्तिपीठ हरसिद्धि, मदिरा का प्रसाद ग्रहण करने वाले देवता कालभैरव, ऐतिहासिक पर्यटन स्थल मांडू, बालीवुड का पसंदीदा शूटिंग स्थल महेश्वर और रहस्य व रोमांच की दुनिया रचते गिदिया खोह, पातालपानी आदि स्थित हैं। इंदौर के प्रशासन, जनता और टूरिज्म इंडस्ट्री ने इन सब पर्यटन-दर्शनीय स्थलों को एक-दूसरे से इस तरह जोड़ दिया है कि देश-दुनिया का कोई भी पर्यटक तीन से पांच दिन तक यहां एक क्षण के लिए भी रोमांचित हुए बिना नहीं रह सकता। यहां मध्यभारत का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है और यह ट्रेनों से भी पूरे भारत से जुड़ा है।

मौसम यहां का 'ऑसम

इंदौर यानी मालवा क्षेत्र में न अधिक ठंड होती है, न अधिक गर्मी। और बारिश्ा का तो मजा ही कुछ और। मालवा क्षेत्र का मौसम ऐसा है कि यह बारहों महीने सुहावना बना रहता है और पर्यटकों के लिए एक तरह का बोनस है। यहां की होटलें सस्ती भी हैं और लक्जरी भी। खानपान 10 रुपये से शुरू होकर एक समय में 5000 रुपये खर्च करके तृप्त होने तक की सुविधा है। आप जिस बजट में यहां घूमना चाहते हैं, घूम सकते हैं। यह शुहर बेहद सस्ता भी है और खर्च करने पर उतरो तो यहां तमाम लक्जरी भी है।

ऐसे पहुंचे इंदौर

  • सड़क मार्ग : आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित यह शहर सड़कों के जरिए पूरे देश से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के शहरों से सीधी बस सेवाएं हैंं। निजी वाहन से पहुंचना बेहतर अनुभव होता है।
  • रेल मार्ग : दिल्ली, मुंबई, पुणे, लखनऊ, पटना, जम्मू, अमृतसर, चंडीगढ़, जालंधर, जयपुर, गुवाहाटी सहित देश के तमाम प्रमुख शहरों से रेल मार्ग से सीधे जुड़ा हुआ हैं।
  • हवाई मार्ग : देश के सभी प्रमुख शहरों से यहां के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट हैं। देश के मध्‍य में होने के कारण कनेक्टिंग फ्लाइट होने से यहां का किराया भी अपेक्षाकृत कम होता है।

वर्शन

कुछ स्पेशल खाना, खासतौर से स्ट्रीट फूड का मजा क्या होता है, यह जानना हो तो इंदौर जाना चाहिए। यहां की गलियां खाने की सुगंध से महकती रहती हैं। पर्यटन, मौसम, आवभगत, स्वच्छता, स्वाद, पारंपरिकता और आधुनिकता में इंदौर देश का सबसे शानदार शहर बन गया है।

- कुमार वरुण, ट्रेवल व्लागर, यूट्यूब

इंदौर का जलवा भारत से बाहर अमेरिका और ब्रिटेन तक में है। अमेरिका तक में इंदौर का 'खाना चर्चा में रहता हैं। मैं दो दश्ाक से ज्यादा समय से अमेरिका की साफ्टवेयर इंडस्ट्री में हूं, लेकिन इंदौर अब तक दिल में बसा हुआ है।

- राजीव नेमा 'इंदौरी, अमेरिका निवासी प्रसिद्ध ब्लॉगर, यूट्यूबर व लेखक


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