Mahakal Temple Ujjain: महाकाल मंदिर के गर्भगृह में 23 से 27 मई तक भक्तों के प्रवेश पर रोक, सामने आयी ये वजह
Mahakal temple Ujjain मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के गर्भगृह में 23 से 27 मई तक भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। इस दौरान गर्भगृह की रजत मंडित दीवार द्वार तथा रुद्र यंत्र को साफ करने का कार्य किया जाएगा।
उज्जैन, जेएनएन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के गर्भगृह में 23 से 27 मई तक भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। इस दौरान गर्भगृह की रजत मंडित दीवार, द्वार तथा रुद्र यंत्र को साफ करने का कार्य किया जाएगा।
मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ से मिली जानकारी के अनुसार समय-समय पर मंदिर के गर्भगृह में रजत मंडित दीवार, नंदी मंडपम के चांदी द्वार तथा चांदी के रुद्र यंत्र को साफ कर उस पर पालिश की जाती है और उसे चमकाया जाता है। 23 से 27 मई तक प्रतिदिन सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक चांदी की सफाई तथा पालिश कर कार्य किया जाएगा इसलिए गर्भगृह में भक्तों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। गणेश मंडप से ही भक्तों को भगवान महाकाल के दर्शन करवाये जाएंगे। ज्ञात हो कि प्रत्येक सप्ताह मंगलवार से शुक्रवार तक दोपहर एक बजे से शाम चार बजे तक भीड़ को देखते हुए गर्भगृह से भक्तों को महाकाल के दर्शन करवाये जाते हैं। हालांकि साफ सफाई के कार्य के चलते यहां भक्तों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है।
जानें गर्भगृह में प्रवेश के नियम
महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने वाले के लिए कुछ नियम तय किए गए हैं। यहां प्रवेश करने वाले महिलाओं के लिए साड़ी और पुरुषों के लिए धोती पहनना अनिवार्य होता है। ये नियम बरसों से चला आ रहा है।
वहीं मंगलवार से शुक्रवार तक भीड़ कम होने पर दोपहर एक बजे से शाम चार बजे तक आम श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति होती है। हालांकि इस दौरान भक्तों के लिए कोई ड्रेस कोड नहीं है। लेकिन शनिवार, रविवार और सोमवार को श्रद्धालुओं की भीड़ काफी ज्यादा होती है।,
गौरतलब है कि बीते दिनों एक वीडियो वायरल होने के बाद कई तरह के सवाल उठाये जा रहे हैं। दरअसल इस वीडियो में महिला ने जींस और सूट पहन रखा है और गर्भगृह में जाने के लिए जींस और सूट के ऊपर ही साड़ी लपेट ली। इसे लेकर ये आरोप लगाया जा रहा है कि किसी पंडित या पुरोहित ने महिला को ऐसा करने के लिए कहा और दर्शन करवा दिए। इस घटना को लेकर कलेक्टर ने जांच करवाने की बात कही है। हालांकि वीडियो कब और कैसे बना इसकी जानकारी नहीं मिल पायी है। वीडियो वायरल होने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है।