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OBC Reservation: शिवराज सिंह चौहान बोले, ओबीसी आरक्षण के साथ चुनाव मेरे मुख्यमंत्रित्व काल का सबसे बड़ा काम

OBC Reservation शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ओबीसी को न्याय दिलाने में हम सफल हो गए। कोई मुझसे पूछे मेरे मुख्यमंत्रित्व काल का सबसे बड़ा और दिल को सुकून दिलाने वाला काम कौन सा है तो मैं कहूंगा कि हम ओबीसी के आरक्षण के साथ चुनाव करवा पाए।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sat, 21 May 2022 07:51 PM (IST)Updated: Sat, 21 May 2022 07:51 PM (IST)
OBC Reservation: शिवराज सिंह चौहान बोले, ओबीसी आरक्षण के साथ चुनाव मेरे मुख्यमंत्रित्व काल का सबसे बड़ा काम
ओबीसी आरक्षण के साथ चुनाव मेरे मुख्यमंत्रित्व काल का सबसे बड़ा काम: शिवराज। फोटो इंटरनेट मीडिया

भोपाल, जेएनएन। मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि ओबीसी को न्याय दिलाने में हम सफल हो गए। कोई मुझसे पूछे मेरे 16 साल के मुख्यमंत्रित्व काल का सबसे बड़ा और दिल को सुकून दिलाने वाला काम कौन सा है, तो मैं कहूंगा कि हम ओबीसी के आरक्षण के साथ चुनाव करवा पाए। भाजपा सरकार का दृढ संकल्प था कि ओबीसी आरक्षण के साथ ही चुनाव कराए जाएंगे। हमने असंभव को संभव किया। कांग्रेस अगर इतनी ही ओबीसी हितैषी है तो फिर महाराष्ट्र में पंचायत चुनाव बिना ओबीसी आरक्षण के क्यों कराए। यह बात चौहान ने अपने आवास पर आयोजित पिछड़ा वर्ग के विभिन्न संगठनों द्वारा आयोजित उनके और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के अभिनंदन कार्यक्रम में कही।

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आंकड़े जुटाने में लगा दी थी पूरी सरकार

शिवराज ने कहा कि हमारा संकल्प था कि ओबीसी को उसके हक दिलवाकर रहेंगे। इसके लिए ओबीसी के आंकड़े जुटाने में पूरी सरकार लगा दी। दिन-रात एक करके रिपोर्ट तैयार करके सुप्रीम कोर्ट में पेश की। कांग्रेस अब नाटक कर रही है।कांग्रेस ने ओबीसी के नाम पर सिर्फ वोटबैंक की राजनीति की है। सरकार बनने पर कमल नाथ ने 27 प्रतिशत आरक्षण की घोषणा कर दी पर हाई कोर्ट से रोक लग गई। इसे हटवाने के लिए महाधिवक्ता कोर्ट में खड़े तक नहीं हुए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया और 27 प्रतिशत आरक्षण लागू किया। प्रदेश सरकार भी कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

सभी राज्य मध्य प्रदेश के नक्शेकदम पर चलेंगे

शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश ने ओबीसी को न्याय दिलाने का जो रोडमैप बनाया है, अब सब उस पर चलेंगे। जयपुर में पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में भी इस पर चर्चा हुई है। उन्होंने पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के पदाधिकारियों से कहा कि ओबीसी आरक्षण की पुस्तिका बनाकर बंटवाएं, ताकि कोई आमजन को भ्रमित न कर पाए। कार्यक्रम में पधारे विभिन्न संगठन के पदाधिकारियों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की धर्मपत्नी और किरार महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष साधना सिंह ने भोज दिया।

स्थानीय चुनाव में झूठ बोलने वालों के बेनकाब करें

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि पार्टी ने संकल्प लिया था कि यदि निर्णय अनुकूल नहीं आता है तो पार्टी स्तर पर आरक्षण के आधार पर टिकट देंगे। हमारे केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व का निर्णय था कि बिना ओबीसी आरक्षण के चुनाव नहीं कराएंगे। अब ओबीसी वर्ग के लोगों को कांग्रेस पूछना चाहिए कि आपने ओबीसी आयोग को भी संवैधानिक दर्जा क्यों नहीं दिया। निकाय चुनाव में झूठ बोलने वालों को बेनकाब करने का काम करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने देश के ओबीसी वर्ग को अधिकार दिलाने का काम किया है। वहीं, नगरीय विकास व आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार सुप्रीम कोर्ट ने ओबीसी आरक्षण देने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने दृ़ढ़ इच्छाशक्ति का परिचय दिया। इस दौरान मंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा, मोहन यादव, रामखेलावन पटेल, भारत सिंह कुशवाह, मोर्चा संगठन के पदाधिकारी, सांसद, विधायक सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे।

अभिनंदन के समय मंच से उतर गए नरोत्तम मिश्रा

जब पिछड़ा वर्ग संगठनों के पदाधिकारी मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का मंच पर अभिनंदन करने जुटे तो गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा नीचे उतर गए। उन्होंने ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर अगुआई करने वाले नगरीय विकास व आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह सहित अन्य पिछ़़डा वर्ग के नेताओं को आगे कर दिया। हालांकि, इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट किया कि शिवराज के सम्मान में खड़े होने वाले सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया का कुर्ता खींचने वाले गृह मंत्री को भाजपा के पिछड़ा वर्ग के कार्यक्रम में भाषण का मौका नहीं मिला। इससे नाराज होकर वे कार्यक्रम को बीच में छोड़कर चले गए।


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