जेल ब्रेक और एनकाउंटर पर विधानसभा में मंत्रियों का हंगामा
भोपाल में सिमी आतंकवादियों के जेल ब्रेक और एनकाउंटर पर गुरुवार को विधानसभा में इस कदर हंगामा हुआ कि उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र कुमार सिंह भी असहाय दिखे।
By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 09 Dec 2016 03:27 AM (IST)Updated: Fri, 09 Dec 2016 03:41 AM (IST)
भोपाल, ब्यूरो। भोपाल में सिमी आतंकवादियों के जेल ब्रेक और एनकाउंटर पर गुरुवार को विधानसभा में इस कदर हंगामा हुआ कि उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र कुमार सिंह भी असहाय दिखे। उन्होंने काफी देर तक सदस्यों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन जब मंत्रियों और विधायकों के एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का सिलसिला नहीं थमा तो उन्होंने पांच मिनट के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी।
अनफिट अधिकारी ने किया एनकाउंटर करने वाली टीम का नेतृत्व
भोजनावकाश के बाद जब दूसरे अनुपूरक बजट पर सदन में चर्चा चल रही थी, तभी कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सुंदरलाल तिवारी ने भोपाल जेल ब्रेक पर बात छ़ेडी। उन्होंने आरोप लगाया कि जेल से कैदियों के भागने और प्रहरी की हत्या का खेल खेला गया है। आठ लोगों की हत्या की गई। इसके बाद तो सदन में हंगामे की स्थिति बन गई। मंत्री लालसिंह आर्य ने कांग्रेस विधायक के आरोप पर आपत्ति की और कुछ ऐसे शब्दों का उपयोग किया, जिन्हें बाद में कार्यवाही से विलोपित कर दिया। इन शब्दों का दूसरे मंत्रियों व सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने भी कई बार उपयोग किया।माफी मंगवाने पर अ़डे
कांग्रेस विधायक तिवारी के आरोपों पर मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, विश्वास सारंग, शैलेंद्र जैन से लेकर संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा तक अपने स्थानों पर ख़डे होकर तेज स्वर में बोलने लगे। वे तिवारी से माफी मंगवाने पर अ़डे थे। आसंदी पर बैठे उपाध्यक्ष डॉ. सिंह ने यह भी टिप्पणी की कि मंत्री ही ऐसा करेंगे तो फिर सदन की कार्यवाही कैसे चलेगी। कुछेक मर्तबा तो उन्होंने डॉ. मिश्रा को भी कहा कि आप भी कार्यवाही चलने देने में मदद नहीं कर रहे हैं। एक बार उन्होंने कहा अब आप लोगों को जो करना है करिये। इसके बाद कार्यवाही स्थगित की गई।
समाज विरोधियों पर कांग्रेस की सहानुभूति
संसदीय कार्य मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा सिमी के लोगों समाज विरोधी थे जो भोपाल जेल से भागे थे। उनके मुठभ़ेड में मारे जाने को कांग्रेस विधायक तिवारी हत्या बता रहे हैं। इससे कांग्रेस के असल चेहरा इंगित होता है। कांग्रेस को इसके लिए मांफी मांगना चाहिए। तिवारी ने अपने दल की जिस राष्ट्रविरोधी मानसिकता को सामने लाने का कार्य किया है।
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